Hapur News: हापुड़ में ‘डॉन’ और अजीत की दहशत, पुलिस के हाईटेक दावे हुए फेल

Hapur News: जीशान उर्फ ‘डॉन’ और अजीत की दहशत कायम है। दोनों पर इनाम घोषित है लेकिन पुलिस नाकाम है।

Avnish Pal
Published on: 1 Sept 2025 6:37 PM IST
Don and Ajits terror in Hapur, polices high-tech claims fail
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 हापुड़ में ‘डॉन’ और अजीत की दहशत, पुलिस के हाईटेक दावे हुए फेल (Photo- Newstrack)

Hapur News: फिल्मों में आपने सुना होगा“डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है”। लेकिन अब यह डायलॉग जिले की पुलिस के लिए हकीकत बन गया है। हापुड़ पुलिस पिछले कई महीनों से दो खूंखार अपराधियों के पीछे पसीना बहा रही है, लेकिन दोनों खुलेआम पुलिस को चकमा दे रहे हैं। एक पत्नी का कातिल जीशान उर्फ ‘डॉन’, तो दूसरा बाप का कातिल और पुराने हत्याकांडों का हिस्ट्रीशीटर अजीत। दोनों पर 20-20 हजार का इनाम घोषित है और दोनों पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार हैं। 'प्यार से खून तक, डॉन की खौफनाक कहानी'

गढ़मुक्तेश्वर का जीशान उर्फ डॉन पहले ठेले पर फल बेचता था। इसी दौरान शाजिया नाम की लड़की से उसे इश्क हो गया। परिवार से छुपाकर दोनों ने शादी भी कर ली। लेकिन यह मोहब्बत ज्यादा दिन तक परवान न चढ़ सकी।अप्रैल 2025 की एक रात जीशान ने अपनी पत्नी शाजिया को जंगल में ले जाकर उसके ही दुपट्टे से गला घोंट दिया। लाश को फेंककर फरार हो गया। पुलिस ने उसके भाई, भाभी और मामा तक को जेल में डाल दिया, घर भी कुर्क कर दिया, लेकिन डॉन अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। पांच महीने से पुलिस उसके पीछे भाग रही है, लेकिन जीशान हर बार गायब हो जाता है।

अजीत :जिसने पिता को भी नहीं छोड़ा

22 अगस्त को बाबूगढ़ के गांव नूरपुर में 83 साल के राममेहर को उनके ही बेटे अजीत ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। वजह सिर्फ 17 बीघा जमीन का ठेका था। पिता की हत्या करने के बाद अजीत ऐसे गायब हुआ मानो हवा में मिल गया हो।अजीत का आपराधिक इतिहास खून से सना है। साल 2006 में दिनदहाड़े रालोद प्रदेश महासचिव वीरेंद्र त्यागी और उनके साथी की हत्या कर दी थी। बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर में भी कई हत्याओं में उसका नाम दर्ज है। यानी यह कोई मामूली अपराधी नहीं, बल्कि जिले का टॉप हिस्ट्रीशीटर है।

पुलिस की नाकामी‘हाईटेक’ सिस्टम सवालों के घेरे में

पुलिस कहती है कि वह हाईटेक है। दावा करती है कि अपराधी कानून के शिकंजे से बच नहीं सकते। लेकिन हकीकत यह है कि मुखबिरों से लेकर सर्विलांस तक हर हथकंडा बेकार साबित हो रहा है। इनाम, कुर्की और दबिश सब कोशिशें धरी की धरी रह गई हैं।लोग खुलेआम सवाल पूछ रहे हैं।“जब पुलिस इन दो अपराधियों को ही नहीं पकड़ पा रही, तो आम जनता कितनी सुरक्षित है?”

एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह का बयान

एसपी हापुड़ कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने कहा “दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। टीमें लगातार दबिश दे रही हैं और तकनीकी व मानवीय खुफिया साधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। अपराधी चाहे जितना शातिर हो, जल्द ही पुलिस के शिकंजे में होगा। जनता से अपील है कि उनकी लोकेशन या ठिकाने की कोई भी जानकारी तुरंत पुलिस को दें।”

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Shashi kant gautam

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