TRENDING TAGS :
Hapur News: तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पहुंचने पर जनजीवन हुआ अस्तव्यस्त, तप रहे धरती-आसमान
Hapur News: शुक्रवार को सुबह उठते ही लोगों को 27 डिग्री सेल्सियस तापमान में पसीना-पसीना होना पड़ा। मौसम विभाग ने भीषण गर्मी का पूर्वानुमान जारी किया था। अब लोगों को सावधान करते हुए गर्मी से बचाव का अलर्ट किया गया है।
तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पहुंचने पर जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त (photo: social media )
Hapur News: बढ़ता तापमान आज और रौद्र रूप धारण करता नजर आया । जहाँ अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पहुंचने से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। मौसम विभाग ने लू चलने का अलर्ट जारी कर दिया है। इसके साथ ही मई में अधिकतम तापमान का 10 साल का रिकार्ड तोड़ सकता है। भीषण गर्मी से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। शुक्रवार को सुबह उठते ही लोगों को 27 डिग्री सेल्सियस तापमान में पसीना-पसीना होना पड़ा। मौसम विभाग ने भीषण गर्मी का पूर्वानुमान जारी किया था। अब लोगों को सावधान करते हुए गर्मी से बचाव का अलर्ट किया गया है। लोगों को तेज धूप में ज्यादा समय नहीं रहने का सुझाव दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह भीषण गर्मी का सामना करना होगा। ऐसे में लापरवाही भारी पड़ सकती है।
बाजारों में रहा सन्नाटा
लू-तापघात के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त हो रहा है। तेज गर्म हवाओं के चलते लोग दिनभर झुलस रहे हैं। लोगों को सुबह से ही पसीना-पसीना होना पड़ रहा है। पाकिस्तान और राजस्थान की ओर से आने वाली गर्म हवाओं ने प्रदेश का तापमान बढ़ा दिया है। स्थिति यह है कि दो दिन से तापमान पुराना रिकार्ड तोड़ रहा है। शुक्रवार को सुबह का तापमान ही 27 डिग्री सेल्सियस था। जिससे दिन निकलते ही लोग पसीनों में नहा गए। उसके साथ ही गर्म हवाओं ने चलना शुरू कर दिया। दोपहर में 12 बजे तक तापमान से जनजीवन प्रभावित होने लगा। बाजार सूने हो गए और सड़कों पर आवागमन प्रभावित होने लगा। ऐसे में दोपहर दो बजे तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
कपड़ा लपेटकर निकलें बाहर
गर्मी में लू के थपेड़ों ने लोगों को झुलसाकर रख दिया। परेशान लोग कपड़ा ओढ़कर व गीले कपड़े को सिर पर रखकर ही बाहर निकले। तेज गर्म धूप में काफी देर तक रहना घातक हो सकता है। इससे लोग बीमार हो सकते हैं। ऐसे में जब तक बहुत जरूरी न हो, धूप में न निकलें। अपने जरूरी कार्यों को सुबह को 11 बजे तक और शाम को पांच बजे के बाद करें। धूप के संपर्क में रहने से शरीर में निर्जलीकरण की स्थिति बन सकती है।
इस बातों का रखें ध्यान
- कड़ी धूप में दोपहर में 12 से चार बजे के बीच घरों से बाहर न निकलें।
- जितनी बार हो सके पानी पीएं, प्यास न होने की स्थिति में भी पानी पीएं।
- हल्के रंग के ढीले सूती वस्त्रों का प्रयोग करें। धूप से बचाव के लिए टोपी-गमछा या छाता व चश्मा का प्रयोग करें।
- यात्रा करते समय अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें, उसका प्रयोग करते रहें।
- यदि दोपहर में बाहर निकलना जरूरी हो तो सिर व चेहरे पर भीगे हुए कपड़े-गमछे को रख लें।
- यदि तबियत ठीक न लगे, चक्कर आएं और जी मिचलाने लगे तो तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
- अपने पालतू जानवरों को छांव में रखें। उनको दिन में तीन बार नहलाएं और चार बार पानी पिलाएं।
- दिन में अपने घर की खिड़की-दरवाजों पर पर्दें रखें और रात में उनको हटा दें।
- शराब, चाय व काफी आदि का प्रयोग करने से बचें।
लापरवाही हो सकती है जानलेवा
- खड़े वाहनों में बच्चों और पालतू जानवरों को न छोड़े।
- खाना बनाते समय रसोई के खिड़की दरवाजे बंद रखें।
- किसी भी प्रकार के नशीले व अल्कोहल का प्रयोग न करें।
- उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन भरपूर मात्रा में करें।
- खिड़कियों पर गत्ता या सिल्वर फाल लगाकर सीधी हवा आने से रोकें।
- जिन खिड़की दरवाजों से दोपहर में सीधी गर्म हवा आती हो, उन पर काले पर्दे लगाएं।
- मौसम विभाग द्वारा दिए जाने वाले पूर्वानुमान के अनुसार अपनी दिनचर्या बनाएं।
- आपात स्थिति में बचाव के लिए प्राथमिक उपचार की गाइडलाइन का प्रशिक्षण लें।
- संतुलित व हल्के भोजन का प्रयाेग करें, खाली पेट न रहें।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge