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Lucknow News: ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आँख..विजय दिवस से पहले भारतीय सेना का भावुक अभियान, कारगिल के नायकों को किया नमन
Lucknow News: यह राष्ट्र की ओर से उन परिवारों के प्रति आभार और सम्मान प्रकट करने की कोशिश है, जिनके बेटे, भाई या पति ने देश की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
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Lucknow News: ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आँख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुरबानी....कारगिल विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ से पहले भारतीय सेना ने देशभर में एक खास और भावनात्मक अभियान की शुरुआत की है। इस पहल के अंतर्गत भारतीय सेना ने वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उनके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें नमन किया। यह राष्ट्र की ओर से उन परिवारों के प्रति आभार और सम्मान प्रकट करने की कोशिश है, जिनके बेटे, भाई या पति ने देश की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
भारतीय सेना के प्रतिनिधि पहुंचे शहीदों के घर
भारतीय सेना के प्रतिनिधि देश के कोने-कोने में फैले उन शहीदों के घर पहुंचे, जिन्होंने कारगिल युद्ध में अपना जीवन समर्पित किया। इस कड़ी में लखनऊ में परमवीर चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित कैप्टन मनोज कुमार पांडे के परिवार से भी मुलाकात की गई। कैप्टन मनोज, जो महज 24 वर्ष की आयु में शहीद हो गए थे, और वह भारतीय सैन्य इतिहास के सबसे साहसी योद्धाओं में गिने जाते हैं। उन्होंने कारगिल की खलुबर टॉप पर कब्ज़ा दोबारा पाने के लिए गोलियों की बौछार के बीच अद्भुत साहस और नेतृत्व का प्रदर्शन किया और अंत तक लड़ते रहे।
देश आज भी हमारे साथ खड़ा है
सेना की इस विशेष पहल ने न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि दी, बल्कि उनके परिवारजनों को यह भी महसूस कराया कि देश उनके बलिदान को आज भी दिल से याद करता है। कैप्टन मनोज पांडे के परिजनों ने इस मुलाकात पर भावुक होकर कहा उनकी यादें हमारे साथ हर दिन रहती हैं। लेकिन सेना की यह मुलाकात हमें यह महसूस कराती है कि देश आज भी हमारे साथ खड़ा है और उनके बलिदान को नहीं भूला है।
यह अभियान कारगिल के शहीदों को सम्मान देने का प्रतीक
राष्ट्र हमेशा वीर कैप्टन मनोज कुमार पांडे को एक महान योद्धा, प्रेरणास्रोत और अद्वितीय सैन्य नेतृत्वकर्ता के रूप में याद रखेगा। भारतीय सेना का यह अभियान न केवल कारगिल के शहीदों को सम्मान देने का प्रतीक है, बल्कि यह पूरे देश को उनके बलिदान की याद दिलाने वाली प्रेरक पहल है।
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