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शौहर ने 'तीन तलाक' देकर किया दूसरा निकाह, न्याय के लिए दर-दर भटक रही पीड़िता ने CM योगी से लगाई न्याय की गुहार, बोली- 'अब कहाँ जाऊं'
लखनऊ के कैसरबाग की शीबा ने पति मोहम्मद कामरान पर लगातार प्रताड़ना और मारपीट के आरोप लगाए हैं। 8 साल की शादी के बाद पति ने उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया और दूसरी शादी कर ली। पीड़िता ने मुख्यमंत्री योगी से मदद और न्याय की गुहार लगाई है।
Lucknow Triple Talaq Case Sheeba Thrown Out After 8 Years of Torture Husband Marries Again
Lucknow News: उत्तर प्रदेश सरकार व यूपी पुलिस की ओर से तीन तलाक को लेकर दिखाई जा रही सख्ती के बावजूद इससे जुड़े मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब राजधानी लखनऊ के कैसरबाग थाना क्षेत्र के बारादरी इलाके से तीन तलाक का एक दर्दनाक मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को झकझोर दिया है। 8 साल पहले मोहम्मद कामरान से शादी करने वाली शीबा ने अपने पति और ससुरालियों पर लगातार प्रताड़ना, मारपीट और अबॉर्शन कराने तक के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि पति रोजाना शराब पीकर झगड़ा करता था और पूरा परिवार मिलकर उसे मानसिक रूप से तोड़ता था। जब उसने विरोध किया तो दरवाजे बंद कर बेरहमी से पीटा गया। अब कामरान ने उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया और दूसरी शादी कर ली है। बेघर शीबा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की गुहार लगाई है।
8 साल तक ससुराल में सहती रही जुल्म, कराया गया अबॉर्शन
शीबा का विवाह 8 साल पहले मोहम्मद कामरान से हुआ था। लेकिन शादी के शुरुआती दिनों से ही कामरान का व्यवहार हिंसक था। वह आए दिन शराब के नशे में शीबा के साथ मारपीट करता था। पीड़िता के मुताबिक, एक बार इतनी बेरहमी से पीटा गया कि गर्भ में पल रहा बच्चा भी नहीं बच सका। सास, जेठ, जेठानी और ननद सभी उसके खिलाफ थे और उसे रोज़ अपमानित किया जाता था। जब भी उसने अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई, उसे कमरे में बंद कर मारा जाता। इस दौरान उसने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन हर बार हल्की धाराओं में केस दर्ज कर खानापूर्ति कर दी गई।
तीन तलाक के बाद पति ने रचाया दूसरा निकाह
पीड़िता के मुताबिक, अत्याचारों से तंग आकर पति मोहम्मद कामरान ने बीते अगस्त माह में तीन तलाक देने के बाद इसी सप्ताह कल यानी बीते बुधवार को दूसरा निकाह कर लिया। पीड़िता ने बताया कि पिता का निधन पहले ही हो चुका है और भाई की शादी होने के बाद शीबा के पास अब कोई ठिकाना नहीं बचा। उसने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ और सुरक्षा की गुहार लगाई है। मामला सामने आने के बाद कुछ महिला संगठनों ने शीबा को मदद का भरोसा दिया है। तीन तलाक पर कानून बनने के बावजूद ऐसे मामलों का सामने आना कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है। शीबा का दर्द सिर्फ उसका नहीं, बल्कि उन हजारों महिलाओं की आवाज है जो घरेलू हिंसा और सामाजिक अन्याय का सामना कर रही हैं। कैसरबाग का यह मामला पुलिस की कार्रवाई और महिला सुरक्षा तंत्र दोनों पर सवाल छोड़ गया है। कानून के बावजूद पीड़िताओं को न्याय न मिलना समाज के लिए एक चिंता का विषय है।
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