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जमीनी रंजिश में दोहरे हत्याकांड को अंजाम देकर फरार हुए 2 भाई! यूपी STF ने नोएडा से किया गिरफ्तार, 16 साल से चल रहे थे फरार
UP News: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने 16 साल से फरार चल रहे दोहरे हत्याकांड के आरोपी भाइयों धीरज और नीरज को नोएडा से गिरफ्तार किया। जमीन विवाद में 2009-2010 में अपने चचेरे भाई और ताऊ की हत्या कर फरार हुए थे। आरोपियों पर 40-40 हजार रुपये का इनाम था।
UP News: उत्तर प्रदेश में बड़ी-बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर फरार हुए बदमाशों की धड़पकड़ के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ साथ यूपी STF की टीम भी जुटी हुई है। लगातार हो रही ऐसे अपराधियों पर कार्रवाई के बीच यूपी STF की टीम ने 16 साल से फरार चल रहे 40-40 हजार रुपये के ईनामी धीरज और नीरज नाम के दो अपराधी भाइयों को नोएडा से गिरफ्तार किया। बता दें कि ये दोनों भाई मुजफ्फरनगर जिले के भोपा थाना क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी थे। यूपी STF की टीम ने बताया कि साल 2007 से लेकर 2010 तक चली जमीनी रंजिश के कारण उन्होंने अपने चचेरे भाई विनोद और ताऊ राजकरण की हत्या की। इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब इनके पुराने आपराधिक इतिहास की छानबीन कर रही है।
साल 2009 और 10 में की दोनों हत्याएं, नोएडा से हुई गिरफ्तारी
मिली जानकारी के अनुसार, भोपा के गांव के रहने वाले धीरज और नीरज का अपने ताऊ राजकरण से जमीनी विवाद चल रहा था। साल 2007 में टाटा 407 से टक्कर मारकर हत्या का प्रयास किया, जिसके बाद 2009 में विनोद की गोली मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं, इसके बाद साल 2010 में अपने ताऊ राजकरण की भी हत्या कर दी गई। दोनों हत्याओं पर मुकदमे दर्ज हुए। जिसके बाद दोनों आरोपी भाई धीरज और नीरज मौके से फरार हो गए। यूपी STF को सूचना मिली कि आरोपी फर्जी नामों से गुजरात और राजस्थान में छिपकर रह रहे हैं। टीमों ने अहमदाबाद और जयपुर में खुफिया जांच की। गुरुवार को नोएडा STF टीम ने दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार किया। इनके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज थे, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर एक्ट और 174A शामिल हैं।
आपराधिक इतिहास और कानूनी कार्रवाई
यूपी STF कु टीम ने बताया कि अभियुक्त धीरज पर सात और नीरज पर कुल आठ मुकदमे अलग अलग थानों में दर्ज हैं। थाना भोपा मुजफ्फरनगर के मामलों में अभियुक्त धीरज और नीरज की गिरफ्तारी पर 40-40 हजार रूपया का पुरष्कार घोषित था। इन मुकदमों में 307, 302, 147, 148, 149, 120बी, 174ए के अलावा गैंगस्टर एक्ट की धाराएं शामिल हैं। बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि इनके नाम पर अन्य मामलों की भी जांच होगी।
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