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Lucknow News: यूपी STF का बड़ा एक्शन! लखनऊ से पकड़ा पिस्टल तस्करी गैंग, बिहार-मध्यप्रदेश से होता था हथियार सप्लाई
Lucknow News: लखनऊ में यूपी STF ने अवैध हथियारों की तस्करी के खेल में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में यूपी STF ने तीन शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो कि बिहार और मध्यप्रदेश से अवैध पिस्टल खरीदकर उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में महंगे दामों पर बेचते थे।
UP STF Busted InterState Illegal Arms Racket in Lucknow Three Smugglers Arrested
Lucknow News: लखनऊ में यूपी STF ने अवैध हथियारों की तस्करी के खेल में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन में यूपी STF ने तीन शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो कि बिहार और मध्यप्रदेश से अवैध पिस्टल खरीदकर उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में महंगे दामों पर बेचते थे। गिरफ्तारी लखनऊ के इंदिरानगर थाना क्षेत्र स्थित अशोका अपार्टमेंट से की गई, जहां ये आरोपी हथियारों की डीलिंग के लिए इकट्ठा हुए थे। यूपी एसटीएफ टीम से मिली जानकारी के अनुसार, इन आरोपियों के पास से दो सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस, चार मोबाइल फोन और 2050 रुपए बरामद किए गए हैं।
बिहार और मध्यप्रदेश से लाकर यूपी में होती थी तस्करी
यूपी STF की टीम ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मूल रूप से मऊ जिले के रहने वाले हर्षित राय उर्फ लक्की और सुधांशु राय उर्फ बिट्टू और एक नाबालिग सुधांशु राय के रूप में हुई है। ये सभी लंबे समय से अवैध हथियारों की तस्करी में संलिप्त थे। बताया जाता है कि STF को कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि बिहार और मध्यप्रदेश से अवैध हथियार लाकर उत्तर प्रदेश में तस्करी की जा रही है। इसके बाद STF मुख्यालय ने इस पर गंभीरता से कार्रवाई करने के लिए विभिन्न इकाइयों को निर्देशित किया। इस ऑपरेशन की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में निरीक्षक तेज बहादुर सिंह और उनकी टीम को सौंपी गई थी, जिसमें उपनिरीक्षक पियूष पाठक और अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल थे।
25 हजार में लाकर 40 से 50 हजार में बेचते थे पिस्टल
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे पिस्टल को बिहार और मध्यप्रदेश के अवैध निर्माण फैक्ट्रियों से 25 हजार रुपये प्रति पिस्टल में खरीदते थे और फिर उन्हें उत्तर प्रदेश व आसपास के राज्यों में 40 हजार से 50 हजार रुपये प्रति पिस्टल के रेट पर बेचते थे। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वे पहले भी कई बार इस तरह की सप्लाई कर चुके हैं। उनका नेटवर्क पूरी तरह संगठित था, जिसमें निर्माण, परिवहन, डिलीवरी और बिक्री के लिए अलग-अलग लोग शामिल थे। STF को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी के बाद गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द पकड़ में आ सकते हैं। जांच के दौरान जब्त मोबाइल फोन की डिटेल और कॉल रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं, जिससे नेटवर्क के और सदस्य उजागर हो सकें।
गिरफ्तार तस्करों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस
STF ने तीनों आरोपियों को थाना इंदिरानगर पुलिस को सुपुर्द कर दिया है, जहां उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट समेत IPC की सुसंगत धाराओं में FIR दर्ज की गई है। पकड़े गए आरोपियों से जुड़े दस्तावेज़ों की जांच की जा रही है और उनके आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि जिन जिलों में इन्हें हथियार सप्लाई करने थे, वहां किन-किन आपराधिक गिरोहों को ये असलहे देते थे। STF के मुताबिक, यह गिरोह युवाओं को त्वरित लाभ और कम उम्र में अपराध की ओर धकेल रहा था, जिसे रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है।
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