Lucknow News: उप-राष्ट्रपति ने किया राज्यपाल की पुस्तक का विमोचन: आनंदीबेन पटेल ने बताई अपनी जीवनी, योगी बोले-ये किताब नई प्रेरणा

प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के प्रेरणादायी जीवन पर आधारित पुस्तक "चुनौतियाँ मुझे पसंद हैं" का लोकार्पण देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को लखनऊ स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में किया।

Virat Sharma
Published on: 1 May 2025 12:47 PM IST (Updated on: 1 May 2025 7:47 PM IST)
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ucknow News: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के प्रेरणादायी जीवन पर आधारित पुस्तक "चुनौतियाँ मुझे पसंद हैं" का लोकार्पण देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को लखनऊ स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में किया। इस खास मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्रा, यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह समेत योगी सरकार के तमाम मंत्री मौजूद रहे।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनौतियां मुझे पसंद हैं

कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुजरात के एक छोटे से गांव से निकलकर देश के सबसे बड़े राज्य की राज्यपाल बनने तक की यात्रा आसान नहीं थी। यह पुस्तक बताती है कि जब कोई महिला समाजिक बंधनों, संसाधनों की कमी और परिस्थितियों की चुनौतियों के बावजूद दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ती है, तो वह समाज के लिए एक प्रेरणा बन जाती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि चुनौतियां मुझे पसंद हैं’ पुस्तक केवल एक जीवनी नहीं बल्कि जीवन के हर उस पहलू को उजागर करती है जो संघर्षों के बाद सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचने की कहानी कहती है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लेखक विनय जोशी, अशोक देसाई और पंकज जानी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इस ग्रंथ को 14 अध्यायों में उस तरह रचा है जैसे समुद्र मंथन से निकले 14 रत्न। सीएम योगी ने कहा कि हम अक्सर शिखर देखते हैं लेकिन यह नहीं देखते कि उस शिखर की नींव कितने संघर्षों से बनी है।

मुझे चुनौतियाँ पसंद हैं और संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करना हमारी प्राथमिक

इस विशेष मौके पर उपराष्ट्र्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मुझे चुनौतियाँ पसंद हैं और संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। इसमें कोई कोताही स्वीकार नहीं की जा सकती। जब भी कोई संकट आए, वेद की तरफ ध्यान दो, गीता, रामायण, महाभारत की तरफ ध्यान दो “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।” जब भी चुनौती सामने आए, चुनौतियां आएगी। चुनौतियां ऐसी आएंगी कि आप विवशता में पड़ जाते हो और सोचते हो, दीवारों के भी कान हैं। तो उस चुनौती की चर्चा खुद को भी नहीं करते हो पर कभी भी कर्तव्य पथ से अलग नहीं हटना है।

किताब में चुनौती और आत्मबल का लेखा जोखा है

प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि हर इंसान के जीवन में चुनौतियां आती हैं। कुछ डर जाते हैं तो कुछ इनका सामना कर आगे बढ़ जाते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का आभार जताते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति का आभार। जब मैंने उन्हें आमंत्रण देने के लिए फोन किया तो वो बोले, मैं 1 मई को राज्यपाल की किताब का विमोचन करने जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि आज का दिन श्रमिक दिवस है। मजदूर कम पढ़े लिखे होते हैं पर जैसा डिजाइन होता है वैसा भवन तैयार करते हैं। इस किताब में चुनौती और आत्मबल का लेखा जोखा है। आज गुजरात राज्य का स्थापना दिवस भी है।

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Sonali kesarwani

Sonali kesarwani

Content Writer

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