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Meerut News: ज़मीन बचाते-बचाते जान गंवा बैठा किसान, MDA पर फूटा 'आप' का गुस्सा — बेटियों ने कहा, “पापा का क्या कसूर था?”
Meerut News: मेरठ में किसान मनोहर की मौत ने विकास और प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 35 साल से ज़मीन के लिए लड़ रहे मनोहर ने MDA की ज़्यादती से तंग आकर जान गंवा दी। फसल उजाड़ी गई, धमकाया गया और कोर्ट के स्टे के बावजूद कब्ज़े की कोशिश हुई। AAP ने इसे सिस्टम द्वारा की गई हत्या बताया है।
Meerut News: मेरठ में एक गरीब किसान की मौत ने विकास के चेहरे पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जमीन पर हक की लड़ाई लड़ रहे किसान मनोहर आखिरकार सिस्टम की बेरहमी के आगे हार गया। मेरठ विकास प्राधिकरण (MDA) की मनमानी और अफसरों के दबाव ने उस गरीब को इस कदर तोड़ा कि उसने अपनी जिंदगी ही गंवा दी।
बुधवार को आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी मृतक के घर पहुंचे। बूढ़ी मां फूट-फूटकर रो रही थी—“अब किसके सहारे जियेंगे?” तीन मासूम बेटियां आंखों में आंसू लिए एक ही सवाल कर रही थीं—“पापा ने किसी का क्या बिगाड़ा था?” पत्नी गहरे सदमे में है, परिवार पर कर्ज है और घर में चूल्हा ठंडा पड़ गया है।
AAP नेताओं ने बताया कि मनोहर की जमीन पिछले 35 साल से अधिग्रहण की प्रक्रिया में फंसी थी। हाईकोर्ट का स्टे ऑर्डर होने के बावजूद MDA ने जबरन कब्जे की कोशिश की। उसकी फसलें कई बार उजाड़ दी गईं, डराने-धमकाने का सिलसिला चला और आखिरकार सिस्टम की इस क्रूरता ने मनोहर की जान ले ली।
आम आदमी पार्टी ने इसे ‘सिस्टम द्वारा की गई सुनियोजित हत्या’ करार दिया है। पार्टी के यूपी प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने परिजनों से फोन पर बात की और हर संभव सहायता व न्याय का भरोसा दिलाया।
अंकुश चौधरी ने बताया कि शहर के कुछ रसूखदार लोग मनोहर की जमीन पर फाइव-स्टार अस्पताल बनवाना चाहते थे। जब किसान ने विरोध किया, तो उसे कुचल दिया गया। कल यानी 12 जून को AAP का प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित परिवार के पुनर्वास की मांग करेगा। परिजनों से मिलने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में महानगर अध्यक्ष अंकित गिरी, एस.के. शर्मा, हेम कुमार और सचिन वाल्मीकि समेत कई कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
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