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Meerut News: कांवड़ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था की ‘मेरठ मॉडल’ से देश को मिला संदेश — अनुशासन, तकनीक और समन्वय की त्रिवेणी से हुआ आस्था महाकुंभ का सफल संचालन
Meerut News:मेरठ रेंज की पुलिस व्यवस्था एक बार फिर आस्था और अनुशासन की मिसाल बनकर सामने आई है।
Kanwar Yatra 2025
Meerut News: श्रावण मास की कांवड़ यात्रा के सफल समापन के साथ ही मेरठ रेंज की पुलिस व्यवस्था एक बार फिर आस्था और अनुशासन की मिसाल बनकर सामने आई है। डीआईजी कलानिधि नैथानी (IPS) ने इस भव्य आयोजन की सफलता पर मेरठ, बागपत, हापुड़ और बुलंदशहर के जांबाज पुलिसकर्मियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
उन्होंने कहा —“इस बार की कांवड़ यात्रा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं थी, बल्कि यह प्रशासनिक दक्षता, तकनीकी सतर्कता और सामाजिक समरसता का संगम थी। करोड़ों शिवभक्तों की सुरक्षा और सुविधा में हमारी पूरी टीम ने कंधे से कंधा मिलाकर जो समर्पण दिखाया, वह अद्वितीय है।”
मेरठ में औघड़नाथ मंदिर, बागपत के पुरा महादेव, बुलंदशहर के अंबकेश्वर मंदिर और हापुड़ के ब्रजघाट व सबली मंदिर जैसे प्रमुख स्थलों पर लाखों की भीड़ उमड़ी, लेकिन कहीं भी अफरा-तफरी या अव्यवस्था नहीं दिखी।
ये रहे मेरठ रेंज की 'मॉडल व्यवस्था' के 6 सूत्र —
सड़कों पर न जीप बंद, न जनजीवन — NH-58, NH-09, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे जैसे प्रमुख मार्ग कभी बंद नहीं किए गए।
डीजे नहीं, दर्शन की धुनें — डीजे प्रतियोगिताओं पर सख्त रोक, जिससे हुड़दंग और शोरगुल पर लगाम लगी।
आकाश से निगरानी, स्क्रीन पर कड़ी नजर — ड्रोन कैमरे और इंटरनेट आधारित IP कैमरों से पल-पल की गतिविधियों पर नजर।
सोशल मीडिया बना नियंत्रण कक्ष — अफवाहों पर कड़ी निगरानी के लिए एडवांस मॉनिटरिंग टूल्स का इस्तेमाल।
रात को भी दिन जैसा चौकसी — उच्च अधिकारियों ने रात्रि भ्रमण कर स्वयं व्यवस्था की कमान संभाली।
सीमाओं से भी आगे समन्वय — गढ़वाल, करनाल, मुरादाबाद, सहारनपुर और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस से भी बेहतर तालमेल।
टीमवर्क की ताकत, समाज का साथ
डीआईजी नैथानी ने कहा कि सिविल पुलिस से लेकर सशस्त्र बल, पीएसी, सीएपीएफ, एटीएस, एलआईयू, एसटीएफ, जल पुलिस, फायर सर्विस, वायरलेस, होमगार्ड, ग्राम प्रहरी, ट्रैफिक पुलिस और तमाम कांवड़ सेल्स ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।साथ ही, वरिष्ठ अधिकारियों, मीडिया साथियों, समाजसेवियों, शिविर समितियों और आम नागरिकों को भी उन्होंने धन्यवाद देते हुए कहा —"यह आयोजन केवल पुलिस का नहीं, पूरे समाज की एकजुटता और श्रद्धा का परिणाम है। मेरठ रेंज की यह व्यवस्था आने वाले वर्षों के लिए आदर्श बनेगी।”इस बार की कांवड़ यात्रा ने यह साबित कर दिया कि जब सुरक्षा में सेवा और अनुशासन में संवेदना जुड़ जाए, तो कोई भी आयोजन सिर्फ संपन्न नहीं होता — ऐतिहासिक बन जाता है
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