TRENDING TAGS :
Shravasti News: सोनवा के बड़े पुरुष की मजार 'दिकौली मेला' पर भी प्रशासन ने लगाया प्रतिबंध, इसलिए लिया गया ये फैसला
Shravasti News: एसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया कि सुरक्षा कारणों से किसी भी धर्म के ऐसे आयोजन जहां लोगों की भीड़ जुट सकती है। उनके आयोजनों की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
सोनवा के बड़े पुरुष की मजार 'दिकौली मेला' पर भी प्रशासन ने लगाया प्रतिबंध (Photo- Social Media)
Shravasti News: जिसकी संभावना पहले से की जा रही थी, आखिरकार जिला प्रशासन ने भारत पाक तनाव का हवाला देते हुए जिले के सोनवा थाने अन्तर्गत लगने वाले दिकौली मेला पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि इस संबंध में मेला प्रबंध समिति के पदाधिकारियों से वार्ता के बाद सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया है। वहीं मेला प्रबंधन समिति दबे जुबान यह कह रहा है कि यह सरासर अन्याय है। पर आजकल के वर्तमान परिस्थितियों में इस पर हम कुछ भी खुलकर बोलने की स्थिति में नहीं है।
सुरक्षा के मद्देनजर मेला पर लगा प्रतिबन्ध
बता दें कि कि पड़ोसी जनपद बहराइच के सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह में लगने वाले जेठ मेले पर शासन प्रशासन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए पहले ही रोक लगा चुका है। ऐसे में श्रावस्ती के सोनवा थाने अन्तर्गत बड़े पुरुष के मजार पर लगने वाले बहुचर्चित दिकौली मेले पर भी पहले से खतरा मंडरा रहा था। परंतु पिछले दिनों मेला प्रबंध समिति के पदाधिकारियों ने वार्ता के बाद कहा था कि यहां मेला जरूर लगेगा, क्योंकि हमने यहां मेला लगने के लिए कभी पहले प्रशासन से अनुमति मदद नहीं मांगी थी।तो इस बार भी बिना अनुमति का मेला अपने निर्धारित समय पर गत वर्षों की भांति लगेगा।
सोमवार को एसपी घनश्याम चौरासिया ने बताया कि जेठ माह में लगने वाले दिकौली मेला सुरक्षा कारणों से इस बार नहीं होगा। प्रशासन की ओर से यह फैसला मेला प्रबंध समिति के पदाधिकारियों से वार्ता के बाद लिया गया है।
जानिए क्या है इस मेले की मान्यता
उल्लेखनीय है कि सोनवा के दिकौली में बड़े पुरुष की मजार स्थित है। बताया जाता है कि यह सैयद सालार मसूद गाजी के बड़े वालिद थे। ऐसी मान्यता चली आ रही है कि बगैर यहां माथा टेके जेठ माह में गाजी की दरगाह में जियारत पूरी नहीं होती। इसी मान्यता के चलते पूरे जेठ माह हजारों की संख्या में देश विदेश तथा आसपास के जनपदों से भारी संख्या में जायरीन बड़े पुरुष की मजार पर जियारत के लिए आते हैं।
इनमें नेपाल राष्ट्र,प्रयागराज, बस्ती, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, प्रतापगढ़, मिर्जापुर अयोध्या, फैजाबाद, बाराबंकी सहित बिहार राज्य के जिलों से लोग आते थे। ऐसे में जब सुरक्षा कारणों से बहराइच में दरगाह मेले के आयोजन पर पहले से ही रोक लग गई है। तो अब जिला प्रशासन की ओर से मेला प्रबंधक एजाज अहमद सहित समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर भारत पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव को देखते हुए सुरक्षा कारणों से दिकौली में मेले का आयोजन न करने को कहा गया है।
एसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया
प्रशासन से वार्ता के बाद मेला प्रबंध समिति की ओर से दिकौली बड़े पुरुष की मजार पर मेले के आयोजन पर रोक लगा दी गई है। ऐसे में यहां आगामी 15 मई से जेठ मेले का आयोजन नहीं होगा। एसपी घनश्याम चौरसिया ने बताया कि सुरक्षा कारणों से किसी भी धर्म के ऐसे आयोजन जहां लोगों की भीड़ जुट सकती है। उनके आयोजनों की अनुमति नहीं दी जा सकती है। कहा आज के दौर में मेला लगना किसी भी धर्म सम्प्रदाय के लिए हितकर नही है।
Start Quiz
This Quiz helps us to increase our knowledge