Rakshabandh In UP: हर्षोल्लास के साथ मनाया गया रक्षाबंधन का त्योहार, जेल में भाइयों को बहनों ने बांधी राखियां, लंबी उम्र व जल्द रिहाई की कामना की

Rakshabandh In UP: उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों की जेलों में बंद भाइयों के लिए भी सरकार द्वारा रक्षाबंधन के लिए विशेष छूट दी गई है और बहिनों को जेल में रक्षाबंधन मनाने के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई।

Newstrack Desk
Published on: 9 Aug 2025 6:03 PM IST (Updated on: 9 Aug 2025 10:17 PM IST)
Sisters tied Rakhi brothers in Imprisoned in UP Jail wish long life and early release
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जेल में बंद भाइयों को बहनों ने बांधी राखियां, लंबी उम्र व जल्द रिहाई की कामना की (Photo- Newstrack)

Rakshabandh In UP: पूरे प्रदेश में रक्षाबंधन का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाईयों को राखी बांधकर उनकी लम्बी उम्र और अच्छी सेहत की कामना की तो भाईयों ने बहनों की रक्षा करने का वचन दिया। वहीं उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों की जेलों में बंद भाइयों के लिए भी सरकार द्वारा रक्षाबंधन के लिए विशेष छूट दी गई है और बहिनों को जेल में रक्षाबंधन मनाने के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई।

Etawah News: जेल में 300 बहनों ने 181 भाईयों के हाथ पर बांधी राखी, रक्षाबंधन का मनाया त्योहार

रक्षाबंधन के मौके पर भारी संख्या में महिलाएं जिला कारागार में अपने भाइयों से मुलाकात करने पहुंची और उनके हाथ पर राखी बांधकर उनकी लंबी आयु की कामना की। रक्षाबंधन का त्योहार देशभर में मनाया जा रहा है जहां एक बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लंबी आयु की कामना करती है। तो वही उसका भाई भी उसकी रक्षा करने का वादा करता है।


ऐसा ही कुछ इटावा की जिला कारागार में शनिवार को रक्षाबंधन के मौके पर देखने को मिला जब भारी संख्या में बहने जेल में बंद अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए कारागार में पहुंच गई। यहां 300 बहनों ने 181 भाइयों से जेल में मुलाकात की और रक्षाबंधन की मौके पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी जल्द जेल से छूटने और हमेशा लंबी आयु जीने की कामना की। वहीं जिला कारागार में तीन भाई ऐसे पहुंचे जो अपनी जेल में बंदे बहनों से मुलाकात करने पहुंचे जहां उन्होंने अपनी बहनों से राखी बंधवाई।


बहनों के लिए जिला प्रशासन ने किया बेहतर इंतजाम

जिला कारागार में आने वाली बहनों को किसी भी तरीके की परेशानियों का सामना न करना पड़े इसको लेकर जेल प्रशासन की तरफ से काफी खास इंतजाम किए गए। यहां बहनों के बैठने के लिए टेंट और कुर्सियों की व्यवस्था की गई। वहीं बहनों को प्यास का सामना न करना पड़े जिसको आरओ वाटर का इंतजाम किया गया। जेल में भाइयों से मिलने पहुंची बहनों ने जेल प्रशासन का तहे दिल से धन्यवाद किया और कहा कि जेल प्रशासन ने काफी अच्छे इंतजाम किए जिससे हम लोगों को किसी भी तरीके की परेशानी नहीं हुई। जेल में सुरक्षा के भी काफी पुख्ता इंतजाम देखने को मिले।

रिपोर्ट- अशरफ अंसारी, इटावा

Kanpur News: बंदियों को राखी बांधने दूर दराज से पहुंची बहनें

कानपुर के जिला जेल में रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं सुबह से ही जेल गेट पर पहुंच गई थी । सिविल लाइन इलाके में सुबह से ही हाथों में राखी और मिठाई लेकर बहनों ने कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया। मुलाकात के दौरान जेल में बंद भाइयों को रक्षा सूत्र बांधते समय बहनों की आंखें नम हो गईं। इस मौके पर बहनों ने भाइयों से अपराध से दूर रहने का वचन लिया।


मुलाकात के दौरान भाइयों के भी आंसू छलक आए। जेल प्रशासन ने राखी बांधने आई बहनों को विशेष सुविधा मुहैया कराई। इसके तहत भाई-बहन के बीच लोहे की जालीदार दीवार नहीं खड़ी की गई। इससे कैदियों को उनकी बहनों ने खुलकर राखी बांधी।


सुरक्षा के लिहाज से कड़ी चेकिंग के बाद बहनों को उनके भाइयों से मिलाया गया। जेल अधीक्षक बीडी पांडे ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी जेल कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी बहन को रक्षाबंधन के दिन असुविधा न हो, इसके लिए फोर्स तैनात किया गया है। जेल परिसर की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से भी की जा रही है। भावुक माहौल में बहन-भाइयों की मुलाकात का क्रम अलग-अलग शिफ्टों में दोपहर बाद तक चलता रहा।

सुबह 6 बजे से ही महिलाएं पहुंचने लगी। महिलाओं की लंबी कतार सुबह लग गई थी जेल में बंदियों को राखी बांधने के लिए दूर दराज जिलों से बहने पहुंचने लगी थी । हाथों में मिठाई और राखी लिए हुए बहने लाइनों दिखाई दी । लाइन में लगी हुई कुछ महिलाएं भावुक भी हो गई उनकी आंखों से आंसू छलक गए । शाम तक जेल में राखी बांधने पहुंचने वाली महिलाओं का सिलसिला जारी रहा।

रिपोर्ट- तान्या वर्मा, कानपुर

Bijnor News: कारागार में रक्षाबंधन

Bijnor News: बिजनौर आज पूरे देश में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है ऐसे में सरकार द्वारा जेल में बंद भाइयों के लिए भी रक्षाबंधन के लिए विशेष छूट दी गई है और बहिनों को जेल में रक्षाबंधन मनाने के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई।

इस अवसर पर बिजनौर कारागार में भारी संख्या में बहनों ने जेल में बंद भाइयों के हाथों में राखी बांध कर उनकी लंबी उम्र व जल्द रिहाई की दुआ की बिजनौर जेलर ने बताया कि बाहर से आने वाले बहनों के लिए बाहर ही जलपान की व्यवस्था व एक्स्ट्रा मुलाकात कॉन्ट्रा को बढ़ाया गया तथा सुबह नो बजे से ही आज मुलाकात का दौर शुरू हो गया था लगभग पांच सो बहनों ने अब तक जेल में बंद अपने भाइयों को राखी बांधी और मुलाकात का दौर जारी है जेल कारागार परिवार की ओर से सभी देशवासियों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं।

बाइट:-रविंद्रनाथ जेलर बिजनौर कारागार

रिपोर्ट:- फैसल खान बिजनौर

Chandauli News: DDU जंक्शन पर आरपीएफ के जवानों को पीडीडीयू नगर की बहनों ने बांधी राखी, कुशलता की कामना

Chandauli News: भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन त्योहार पर स्वयंसेवी संस्था 7 डेज फाउंडेशन की अध्यक्षा कोमल गुप्ता के नेतृत्व में पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर की महिलाएं बच्चियों द्वारा शनिवार को आरपीएफ पोस्ट डीडीयू पर आकर आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक को राखी बांधी गयी।इसके बाद वहां सभी उपस्थित जवानों को राखी बांध कर सभी को मिठाई खिलाकर उनके कुशलता के लिए ईश्वर से मंगल कामना की गयी।राखी के इस त्यौहार पर जो भी जवान त्यौहार मनाने के लिए अपने बहनों के पास नहीं जा सके थे और ड्यूटी में तैनात थे उन सभी जवानों की कलाई पर राखी बांधकर आई हुई सभी महिलाओं द्वारा बहन होने के फर्ज को अदा कर यह एहसास दिलाया गया कि आप घर से दूर रहकर भी अपने लोगों के साथ हैं।हम सभी बहने अपने भाइयों के खुशियों के लिए सदैव इनके साथ हैं।साथ ही आरपीएफ जवानों के द्वारा रेल में यात्रा कर रहे प्रत्येक महिला को उनके गंतव्य तक सुरक्षित भेजने का वादा किया गया।


आरपीएफ निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत ने बताया कि रेलवे में यात्रा कर रहे प्रत्येक महिला, बुजुर्गों, बच्चा यात्री को सुरक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। चूंकि आज रक्षा बंधन का पर्व है और यह त्यौहार भाई बहन के प्यार का प्रतीक है जिसमें बहने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी मंगल कामना के साथ अपने सुरक्षा का भी बचन भाइयों से कराती हैं।


हमारे आरपीएफ जवान दिन रात मेहनत कर यात्रियों की सुरक्षा में लगे रहते हैं।जिनमें महिला यात्रियों की सुरक्षा की प्राथमिकता प्रमुख रहती है।मौके पर अन्य रेल यात्रियों द्वारा इस अदभुत क्षण को देखने वालों की भीड़ लगी रही ।तमाम यात्रियों द्वारा इस अदभुत क्षण को अपने मोबाइल में कैद भी किया गया। इस आयोजन में उपस्थित महिला आरती शर्मा,संस्कृति,मालती गुप्ता, ईशानी,विशाल आदि उपस्थित रहे।

रिपोर्ट- सुनील कुमार, चंदौली

Bijnor News: दादी का रक्षाबंधन

Bijnor News: खबर उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर से है बिजनौर में बूढ़ी दादी की रक्षाबंधन खूब चर्चाओं में है बिजनौर में 60 साल पहले गंगा स्नान मेले में परिवार से बिछड़ी बालेश देवी उर्फ मुन्नी देवी अब अपने परिवार से मिल गई है जहां देश भर में रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाया जा रहा है तो वहीं मुन्नी देवी की आंखें उस वक्त भर आई जब उसने 60 साल बाद अपने भाई की कलाई पर राखी बांधी दो दिन पहले आई बालेश को इसी घड़ी का इंतजार था। जिन्होंने 60 साल से अपना परिवार और भाई खोए थे भाई-बहन का प्यार देखकर पूरे जिले में चर्चा का विषय बना है तो वहीं परिवार के लोग भी खुशी जाहिर कर रहे हैं मानो ऐसा लग रहा है जैसे का सब कुछ खोने के बावजूद भी उसे दूसरी जिंदगी मिली हो खुद वह भी खुशियों की जिंदगी ने उसके जीवन में खुशहाली ला दी है।


बताते चले कि पूरा मामला बिजनौर कोतवाली शहर के कंभोर गांव की रहने वाली बलेश देवी जिन्हें अब रेशमा देवी के नाम से जाना जाता है 60 साल पहले अपने भतीजे नरेश सिंह के मुंडन समारोह में परिवार के साथ गंगा स्नान मेले में गई थी उस समय उनकी उम्र मात्र 9 वर्ष थी मेले में अचानक हंगामा हो गया जिसके दौरान वह अपने परिवार से बिछड़ गई थी मुन्नी देवी के अनुसार मेले में एक महिला ने उनका हाथ पकड़ लिया और उन्हें किसी अन्य व्यक्ति को सौंप दिया था।

वह उन्हें उत्तर प्रदेश के जिला फर्रुखाबाद ले गए वहां उनकी शादी सरोली गांव निवासी अमन सिंह से कर दी गई मुन्नी देवी ने कई बार अपने पति से पिता और भाई से मिलने की इच्छा जाहिर की बिजनौर जाने का अनुरोध किया लेकिन किसी डर के कारण कोई उन्हें बिजनौर नहीं ले गया अब उनके पोते प्रशांत को दादी की बात सुनकर उनका पैतृक घर ढूंढने का फैसला किया वह 6 दिन पहले बिजनौर के गांव कंभोर पहुंचा मुन्नी देवी के भाई जगदीश सिंह से मिला प्रशांत ने दादी मुन्नी की फोन पर वीडियो कॉल कर उनके भाई जगदीश सिंह से बात कराई इस तरह 60 साल बाद बहन भाई का मिलन हो गया मुन्नी देवी के परिवार में केवल उनके भाई जगदीश सिंह ही जीवित है शनिवार को रक्षाबंधन पर मुन्नी देवी ने पहली बार अपने भाई को राखी बांधी इस मिलन के बाद घर से लेने के लिए भाई जगदीश भाटिया नरेश नरपल पोता सत्येंद्र और अंकित गए थे।


फर्रुखाबाद के एक संतान हिंदू संपत्ति ने मुन्नी देवी का पालन पोषण किया था उनके पोते प्रशांत की वजह से आज 60 साल बाद परिवार का यह मिलन संभव हो पाया है बड़ी बात है जब बलेश देवी 60 साल बाद जब अपने भाई के हाथ में इस अटूट प्रेम बंधन के त्यौहार में उसने कलाई में आज राखी बांधी इस दृश्य को देखने के लिए गांव के लोगों का हुजूम भी उनके घर पहुंच गया 60 साल बाद भाई से मिली बिछड़ी बहन की आंखें उस वक्त और नम हो गई जब उसने अपने भाई के हाथ में कलाई पर राखी बांधी और फिर गूंज उठी तालियो की गड़गड़ाहट।

रिपोर्ट:-फैसल खान बिजनौर

Mathura News: मथुरा जेल में बंद भाइयों को बहनों ने बांधी राखी बहनें बोलीं वचन लो दोबारा जेल में नहीं आओगे

Mathura News: देशभर में जहां रक्षाबंधन का त्योहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर भगवान श्री कृष्ण की जन्मस्थली कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में शनिवार को जिला कारागार में रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया इस अवसर पर जेल में बंद भाइयों को उनकी बहनों ने राखी बांधी जेल प्रशासन ने इस मौके पर विशेष इंतजाम किए थे। जिसमें बहनों को भाइयों से मिलने के लिए खुली मुलाकात की व्यवस्था की गई थी। जिला कारागार में रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया बहनों ने अपने भाइयों को राखी बांधकर उनकी कलाईयों को सजाया जेल प्रशासन ने इस खास मौके पर विशेष इंतजाम किए थे जिसमें बहनों को भाइयों से मिलने के लिए खुली मुलाकात की व्यवस्था की गई थी।


जेल प्रशासन ने बहनों को भाइयों से मिलने के लिए खुली मुलाकात की व्यवस्था की थी जहां भाई बहन एक दूसरे से मिल सके सुरक्षा के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी जिसमें जेल परिसर में पुलिस बल तैनात था गर्मी को देखते हुए टेंट, कूलर और पंखे लगाए गए थे, ताकि बहनों को कोई परेशानी न हो जेल में बंद महिला कैदियों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए सूखे फूलों और बीजों से बनी राखियां भी बनाईं जिन्हें बाद में बोया जा सकता है।


इस अवसर पर बहनों ने अपने भाइयों से अपराध की दुनिया छोड़ने का वचन भी मांगा जेल प्रशासन द्वारा की जा रही इन मानवीय व्यवस्थाओं से जहां बहनों को अपने भाइयों से मिलने का अवसर मिला वहीं सुरक्षा की दृष्टि से भी किसी प्रकार की ढील नहीं बरती गई।

बाइट- अंशुमान गर्ग जेल अधीक्षक

बाइट- विनीता राघव

बाइट- बहन

रिपोर्ट- अमित शर्मा, जिला मथुरा

Lakhimpur Kheri News: बार्डर पर तैनात एसएसबी जवानों को बहनों ने बांधा रक्षा सूत्र

Lakhimpur Kheri News: पलियाकलां-खीरी। 39वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल पलिया सहित समस्त सीमा चौकियों में हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया। इस अवसर पर स्थानीय विद्यालयों की छात्राओं द्वारा बल कार्मिकों के हाथों में रक्षा सूत्र बांधकर भाई बहन के पवित्र रिश्ते को सुदृढ़ किया गया तथा उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की गई।


बार्डर पर तैनात एसएसबी जवानों को बहनों ने बांधा रक्षा सूत्र

रक्षाबंधन कार्यक्रम के दौरान सभी बल कार्मिक मौजूद रहे। इस अवसर पर सीमा की सुरक्षा कर रहे जवानों और स्थानीय नागरिकों के बीच आपसी भाईचारे एवं विश्वास को और प्रगाढ़ बनाया।

रिपोर्ट- शरद अवस्थी







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