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Sonbhadra News: चकबंदी विवाद पर डीएम-एसपी ने ग्रामीणों से किया सीधा संवाद, समाधान दिवस में सुनवाई; निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा

Sonbhadra News: घोरावल में आयोजित समाधान दिवस में ग्रामीणों को बुलाकर उनकी शिकायतों को सुना गया। अधिकारियों ने गड़बड़ियों को दुरुस्त कराने के साथ ही, इस प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया।

Kaushlendra Pandey
Published on: 5 July 2025 9:09 PM IST
Sonbhadra News
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Sonbhadra News (Social Media image)  

Sonbhadra News: घोरावल ब्लॉक के भैंसवार गांव में चकबंदी में बड़े पैमाने पर बरती गई कथित गड़बड़ियों के मामले को लेकर लगभग डेढ़ माह से धरने पर बैठे ग्रामीणों से जिलाधिकारी बीएन सिंह और पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने शनिवार को सीधा संवाद किया। घोरावल में आयोजित समाधान दिवस में ग्रामीणों को बुलाकर उनकी शिकायतों को सुना गया। अधिकारियों ने गड़बड़ियों को दुरुस्त कराने के साथ ही, इस प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिया।

पैमाइश के बाद भी कब्जे, हटाने के निर्देश

ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को बताया कि चक की पैमाइश होने के बावजूद अन्य व्यक्तियों द्वारा उनकी भूमि पर जबरदस्ती कब्जा किया गया है। जिलाधिकारी ने इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी को निर्देशित किया कि अन्य व्यक्तियों का उस भूमि से कब्जा हटवाया जाए। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से वार्ता करते हुए स्पष्ट किया कि भैंसवार गांव की चकबंदी प्रक्रिया रोकने के लिए न तो न्यायालय का कोई स्थगन आदेश है और न ही चकबंदी आयुक्त द्वारा ही कोई आदेश चकबंदी प्रक्रिया को रोकने के संबंध में किया गया है। इसलिए गांव में चकबन्दी प्रक्रिया जारी रहेगी।

समस्या दर्ज कराने के लिए खुली व्यवस्था

उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि गांव में चकबंदी प्रक्रिया के दौरान किसी को किसी प्रकार की समस्या या शिकायत हो तो वह डीडीसी चकबंदी (डिप्टी डायरेक्टर कंसोलिडेशन), एसओसी चकबंदी (सेटलमेंट ऑफिसर कंसोलिडेशन) के यहां अपना शिकायत प्रार्थना पत्र दे सकता है। शिकायत की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। बताया गया कि संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर प्रधान और ग्रामीणों को इसलिए बुलाया गया था ताकि गांव में चकबन्दी से संबंधित जो भी समस्या हो, उसका निराकरण किया जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जो ग्रामीण समाधान दिवस में उपस्थित नहीं हो सके हैं, उन्हें भी कोई समस्या हो तो वे अपनी समस्या से संबंधित शिकायत जिलाधिकारी/डीसीसी, एसओसी कार्यालय में उपस्थित होकर दर्ज करा सकते हैं। इस दौरान प्रधान भैंसवार जितेंद्र कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) रमेश कुमार, उप जिलाधिकारी घोरावल प्रदीप कुमार, एसओसी चकबंदी जगदीश कुमार, सीओ घोरावल राहुल पांडेय, पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रेमनाथ कोल, जय बिंद सिंह, शिवशंकर सिंह, पंकज कुमार सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति और अधिकारी मौजूद रहे।

सभी तहसीलों में प्रकरणों की सुनवाई

घोरावल में कुल 140 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 16 का मौके पर और आठ प्रकरणों का टीम भेजकर निस्तारण कराया गया। डीडीओ हेमंत कुमार सिंह, सीएमओ डॉ. अश्वनी कुमार, परियोजना अधिकारी डूडा सुधांशु शेखर शर्मा, डीसी मनरेगा रवींद्र वीर सिंह, सीओ घोरावल राहुल पांडेय, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य की उपस्थिति बनी रही।

राबर्ट्सगंज में सीडीओ जागृति अवस्थी, एसडीएम उत्कर्ष द्विवेदी, तहसीलदार अमित कुमार ने 217 शिकायतें सुनीं। इनमें से 13 का मौके पर और आठ प्रकरणों का टीम भेजकर निस्तारण कराया गया।

ओबरा में एसडीएम विवेक कुमार सिंह ने फरियाद सुनी। 73 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से छह का मौके पर और चार का टीम भेजकर निस्तारण किया गया।

दुद्धी में एडीएम (वित्त/राजस्व) वागीश कुमार शुक्ला, एसडीएम निखिल यादव, तहसीलदार, सीओ दुद्धी, सीओ पिपरी ने फरियाद सुनी। कुल 69 शिकायतें आईं, जिनमें से दो का मौके पर और एक का टीम भेजकर निस्तारण किया गया। शेष सभी प्रकरणों के लिए संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए गए।

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