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Sonbhadra : रसूखदारों ने हथियाई सीलिंग की 250 बीघे जमीन, एमपी तक के लोगों के नाम आवंटित की गई जमीनें, कांग्रेस ने धरना-प्रदर्शन कर उठाई कार्रवाई की मांग
Sonbhadra News: ग्राम पंचायत में सिलिंग की जमीनों को आदिवासियों की बजाय, रसूखदारों में बांटे जाने के मसले ने अब, सियासी रूख अख्तियार कर लिया है। शनिवार को जहां, कांग्रेस ने इसको लेकर कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन करते हुए आवाज उठाई।
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Sonbhadra News: सदर तहसील की जिला मुख्यालय एरिया में वीआईपी सर्किल का दर्जा रखने वाले तिलौली सर्किल से जुड़ी लोढ़ी ग्राम पंचायत के साथ ही, जहां रौप, सहिजन और मुसही में अनुसूचित जनजाति की जमीनों को पिछड़ा वर्ग दिखाकर बैनामा कराने, इसके बाद बैनामा दर बैनामा के जरिए अनुसूचित जनजाति से जुड़ी जमीन को सामान्य-पिछड़ा वर्ग का दर्शाने के खेल का मसला जहां अभी अनसुलझा है।
वहीं, जुगैल ग्राम पंचायत में सिलिंग की जमीनों को आदिवासियों की बजाय, रसूखदारों में बांटे जाने के मसले ने अब, सियासी रूख अख्तियार कर लिया है। शनिवार को जहां, कांग्रेस ने इसको लेकर कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन करते हुए आवाज उठाई। वहीं जनजाति कोटे से यूपी का एकमात्र मंत्री सोनभद्र से होने के बावजूद, जनजाति समुदाय से जुड़ी जमीनों और उससे जुड़ों पर मुद्दों पर चुप्पी की स्थिति को लेकर सवाल उठाए गए।
सीलिंग की 250 बीघे जमीन को लेकर गरमाया हुआ है मसला:
बताया जा रहा है कि जुगैल ग्राम पंचायत में कुछ लोगों ने बड़ा साजिश रच कर सीलिंग की 250 बीघे जमीन को आदिवासियों की बजाय, दबंग और रसूखदार किस्म के लोगों को आवंटित कर दिया गया। ग्रामीणों ने जब इसको लेकर, जुगैल में लगाई गई चौपाल के दौरान तत्कालीन डीएम चंद्रविजय सिंह से शिकायत की तो उन्होंने ओबरा के तत्कालीन एसडीएम से रिपोर्ट तलब की। एसडीएम की रिपोर्ट में गड़बड़ियों पर मुहर लगाई गई। इसके बाद कुछ पट्टे निरस्त भी किए गए। आरोप है कि मामला ठंडा पड़ते ही, कार्रवाई रोक दी गई।
नहीं की गई कार्रवाई तो किया जाएगा बड़ा आंदोलन: देंवेंद्र
इस मसले पर, कांग्रेस के प्रदेश महासचिव देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा की ओबरा विधानसभा के जुगैल क्षेत्र में आदिवासियों की जमीनों को कई सियासी रसूखदार, भू माफियाओं के साथ मिलकर हड़पने का कुचक्र रच रहे हैं। कहा कि इसको लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी।
जनजाति समाज से जुड़ी जमीनों पर मंत्री की चुप्पी हैरान कर देने वालीः रामराज
जिलाध्यक्ष रामराज सिंह गोंड़ ने कहा की पूरे जिले मे आदिवासियों को उनकी पुश्तैनी जमीनों से हटाने और किसी न किसी रूप में उनकी जमीन हथियाने का कुचक्र रचा जा रहा है। जुगैल क्षेत्र के मसले का जिक्र करते हुए कहा कि ओबरा विधानसभा से चुने गए विधायक को प्रदेश सरकार ने जनजाति कोटे से मंत्री बना रखा है। बावजूद आदिवासियों के हितों की अनदेखी पर मंत्री की चुप्पी हैरान कर देने वाली है।
गरीबों की जमीनों पर डाला जा रहा डाका: फरीद
शहर कांग्रेस अध्यक्ष फरीद अहमद ने कहा गरीबों की ज़मीनों पर डाका डाला जा रहा है। उन्हें उनके मालिकाना हक से वंचित किया जा रहा है। जनजाति समुदाय खुद को ठगा महसूस कर रहा है। वरिष्ठ कांग्रेसी राजेश द्विवेदी ने कहा की भाजपा सरकार के राज में वनाधिकार कानून रसूखदारों के लिए माखौल बनकर रह गया है। पूर्व प्रदेश सचिव जितेंद्र पासवान ने कहा की सत्ता पक्ष के लोगों के शह पर आदिवासियों का उत्पीड़न किया जा रहा है।
जिला उपाध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी, महासचिव बाबूलाल पानिका, जिला सचिव संदीप गुप्ता, ब्लॉक अध्यक्ष संतोष नेताम, जिला प्रवक्ता शत्रुंजय मिश्रा ने भी खास निशाना साधा। कहा कि भाजपा सरकार महिलाओं, आदिवासियों, किसानों पर बढ़ते अपराध रोकने में फेल साबित हो रही है। अमरेश देव पांडे, लल्लू राम पांडेय, युवा कॉंग्रेस जिलाध्यक्ष शशांक मिश्रा, दयाशंकर देव पांडेय, आशुतोष दूबे, सिराज हुसैन, पिछड़ा विभाग जिलाध्यक्ष हिमाचल साहनी, आशीष सिंह, बेबी सिंह, शीतला पटेल, राहुल सिंह पटेल, जय शंकर भारद्वाज , मोहन बियार, ईश्वर प्रसाद गोंड़, बिंदू, शिवपूजन विश्वकर्मा, संजय तिवारी, कैलाश खरवार, दसमतिया, बिटनी, अटवरिया, फूलमती ,गुड्डी सहित अन्य की मौजूदगी बनी रही।
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