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Sonbhadra News: मई की तपिश ने तोड़े बिजली खपत के सारे रिकार्ड, 29873 मेगावाट पहुंची मांग, जल्द बन सकता है नया रिकार्ड
Sonbhadra News: मई माह के तीसरे सप्ताह में भी बिजली की अधिकतम खपत बढ़कर 29873 मेगावाट पर पहंच गई। इसके चलते जहां सिस्टम कंट्रोल को महंगी बिजली की खरीद के साथ कई हिस्सो में कटौती का सहारा लेना पड़ा।
मई की तपिश ने तोड़े बिजली खपत के सारे रिकार्ड (photo: social media )
Sonbhadra News: मई मे भीषण तपिश ने, मई माह में होने वाले बिजली खपत क अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। पिछले वर्ष मई माह में बिजली की अधिकतम खपत 28 से 29 हजार मेगावाट के बीच दर्ज की गई थी। वहीं, इस बार मई माह के तीसरे सप्ताह में भी बिजली की अधिकतम खपत बढ़कर 29873 मेगावाट पर पहंच गई। इसके चलते जहां सिस्टम कंट्रोल को महंगी बिजली की खरीद के साथ कई हिस्सो में कटौती का सहारा लेना पड़ा। वहीं, लगातार बढ़ती बिजली की खपत को देखते हुए, इस वर्ष बिजली की खपत को लेकर एक और बड़ा रिकार्ड बनने की उम्मीद जताई जाने लगी है।
बताते चलें कि पिछले वर्ष तपिश के सीजन में बिजली की खपत ने सिर्फ यूपी ही नहीं, देश के सभी राज्यों की खपत को पीछे छोड़ दिया था। पिछले वर्ष जहां 29 जुलाई को अधिकतम मांग 30732 मेगावाट रिकार्ड की गई थी। वहीं, बिजली की अधिकतम उपलब्धता का रिकार्ड 13 जून 2024 को 30032 मेगावाट रिकार्ड किया था। स्थिति को देखते हुए, जहां ऊर्जामंत्री को बिजली के संयमित उपयोग के लिए अपील करनी पड़ी थी। वहीं, इस वर्ष भी मई माह के पहले ही दिन बिजली की खपत रिकार्ड का नया स्तर बनाने में लगी हुई है।
कुछ इस तरह बढ़ रहा बिजली खपत का आंकड़ा
मई माह के पहले दिन जहां तपिश का आंकड़ा 38 डिग्री के इर्द-गिर्द रहा। वहीं, बिजली की अधिकतम खपत 25837 मेगावाट रिकार्ड की गई। नौ मई को पारा 40 डिग्री और उसके पार जाने लगा तो बिजली की खपत 26715 मेगावाट पर पहुंचते के साथ ही, मांग और खपत दोनों में तेजी से वृद्धि का क्रम शुरू हो गया। 12 मई को बिजली की मांग 28066 मेगावाट तो 18 मई को पारा 41 डिग्री पहुंचने के साथ ही, बिजली की मांग 29047 मेगावाट पर पहुंच गई। 19 मई को 29490 तो 20 मई की रात पीक ऑवर में बिजली की अधिकतम मांग और खपत 29873 मेगावाट रिकार्ड की गई।
राज्य सेक्टर की इकाइयों से बेहतर उत्पादन से बड़ी राहत
एक तरफ जहां बिजली की खपत और मांग दोनों तेजी से बढ़ रही है। वहीं, दूसरी तरफ राज्य सेक्टर की इकाइयों से बेहतर उत्पादन की स्थिति, सस्ती बिजली की उपलब्धता में बड़ी राहत दिए हुए है। राज्य सेक्टर की ओबरा और अनपरा स्थित सभी बिजली परियोजनाओं से उत्पादन के साथ ही, ओबरा सी की दूसरी इकाई से शुरू हुआ उत्पादन, राहत का बड़ा संदेश देने वाला रहा। हालांकि कुछ तकनीकी कारणों से पूरी क्षमता से उत्पादन पर लिए जाने के दो दिन यानी मंगलवार की शाम साढ़े चार बजे के करीब इकाई को बंद करना पड़ा है। बुधवार की रात तक इस इकाई को फिर से पूरी क्षमता से उत्पादन पर ले लिए जाने की उम्मीद जताई जा रही थी।
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