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Varanasi News: चोलापुर में बाल संरक्षण समिति के सदस्यों के लिए क्षमता-वर्धन कार्यशाला का आयोजन
Varanasi News: प्रयत्न और केएनएच जर्मनी द्वारा संबल परियोजना के अंतर्गत वाराणसी के चिरईगांव ब्लॉक में बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के सदस्यों के लिए एक क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
Varanasi News (Social Media image)
Varanasi News: प्रयत्न संस्था द्वारा KNH जर्मनी के सहयोग से संचालित ‘संबल परियोजना’ के अंतर्गत चोलापुर विकास खंड सभागार में विकास खंड स्तरीय बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के सदस्यों के लिए एक दिवसीय क्षमता-वर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता खंड विकास अधिकारी श्री शिवनारायण सिंह ने की। इस आयोजन में जिला बाल संरक्षण इकाई वाराणसी, यूनिसेफ और अन्य विभागों के विशेषज्ञों ने भाग लिया और बाल संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा कीं।
प्रशिक्षण के मुख्य विषय: किशोर न्याय और संरक्षण कानून
यूनिसेफ के मण्डलीय बाल संरक्षण सलाहकार श्री अनिल कुमार ने ‘किशोर न्याय (बच्चों की देखरेख और संरक्षण) अधिनियम 2015, संशोधित 2021’ के प्रावधानों पर चर्चा की।
उन्होंने बताया कि बाल विवाह, बाल श्रम, यौन शोषण, भिक्षावृत्ति, नशा मुक्ति, और स्कूल ड्रॉपआउट जैसे गंभीर मुद्दों पर ग्राम स्तरीय समितियों की जिम्मेदारी अहम है। संरक्षण अधिकारी श्रीमती निरुपमा सिंह ने ग्राम और ब्लॉक स्तरीय समितियों की भूमिका, कार्य और दायित्वों पर विस्तार से जानकारी दी।
सरकारी योजनाओं की जानकारी: हर बच्चे तक पहुंचे लाभ
संरक्षण अधिकारी श्रीमती शिखा सिंह ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना एवं स्पॉन्सरशिप योजना की विस्तृत जानकारी दी। खंड विकास अधिकारी श्री शिवनारायण सिंह ने आह्वान किया कि: “बाल संरक्षण को प्राथमिकता दी जाए और हर पात्र बच्चे तक योजनाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।” उन्होंने ग्राम पंचायत सचिवों और बाल विकास विभाग की सुपरवाइजरों को निर्देशित किया कि ग्राम स्तरीय समिति की बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएं।
संस्थान की भूमिका और सहभागिता
प्रयत्न संस्था के परियोजना अधिकारी श्री सोनू गौड़ और एडवोकेसी ऑफिसर श्री सुंदर सिंह ने संस्था और परियोजना की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की। संस्था की टीम से प्रज्ञा राज, अनन्या दास, दिलीप कुमार, दिनेश कुमार और राहुल यादव ने आयोजन को सफल बनाने में सराहनीय भूमिका निभाई।
कार्यशाला में सम्मिलित प्रमुख अधिकारीगण:
• सहायक विकास अधिकारी (पंचायत)
• खंड शिक्षा अधिकारी
• स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी
• एडीओ (समाज कल्याण)
• वन स्टॉप सेंटर मैनेजर पूजा सिंह
• सभी ग्राम पंचायत सचिव और ग्राम विकास अधिकारी
• कुल प्रतिभागी: 32 प्रतिनिधि
यह कार्यशाला न केवल एक प्रशिक्षण सत्र, बल्कि एक सामाजिक प्रतिबद्धता थी, जिसमें प्रत्येक प्रतिनिधि को यह संदेश मिला कि बाल संरक्षण केवल कानूनी दायित्व नहीं, नैतिक जिम्मेदारी भी है।
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