इस देश में Dog Meat पर बैन, किसानों के लिए बना महा-संकट; खाने के पड़ गए लाले

South Korea Banned Dog Meat: दक्षिण कोरिया में कुत्ते के मांस पर बैन लगने के बाद हजारों किसानों की आजीविका संकट में पड़ गई है।

Gausiya Bano
Published on: 27 Jun 2025 3:52 PM IST
South Korea Banned Dog Meat
X

South Korea Banned Dog Meat

South Korea Banned Dog Meat: दुनियाभर में कई देश हैं, जहां तरह-तरह के जानवरों के मांस का सेवन किया जाता है। जैसे चीन में सुअर का मांस प्रसिद्ध है, भारत में बकरे और चिकन का सेवन ज्यादा किया जाता है, तो वहीं अर्जेंटीना में बीफ का मांस ज्यादा खाया जाता है। ठीक इसी तरह दक्षिण कोरिया में कुत्ते का मांस खाने का प्रचलन है। लेकिन यहां अब डॉग मीट पर बैन लगा दिया गया है, जिससे उन किसानों के सामने एक बड़ा संकट आ गया है, जो मांस के लिए कुत्तों को पालते थे।

सरकार की अधूरी तैयारी, किसानों की परेशानी

दक्षिण कोरिया में ऐसे कई किसान हैं, जिनकी आजीविका पर बड़ा संकट मंडरा रहा है। इन्हीं में से एक हैं, जू येओंग बोंग, जो कुत्तों को मांस के लिए पालते थे। वह कोरियन एसोसिएशन ऑफ एडिबल डॉग्स के अध्यक्ष भी हैं। उनका ये काम खूब चल रहा था, क्योंकि दक्षिण कोरिया में कुत्ते का मांस खाने का पुराना चलन रहा है। वहां किसान दूसरे जानवरों की तरह ही कुत्तों को भी फार्म में पालते थे। लेकिन पिछले साल जनवरी में दक्षिण कोरिया ने कुत्ते के मांस पर पूरी तरह से रोक लगा दी। अब जू जैसे किसान समझ नहीं पा रहे हैं कि वे अपने फार्म पर पाले हुए लाखों कुत्तों का क्या करें।

जू के मुताबिक, वे पिछले एक साल से कुत्तों को बेचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कोई खरीददार ही नहीं मिल पा रहा है। जनवरी 2024 में दक्षिण कोरिया सरकार ने आदेश दिया था कि फरवरी 2027 तक मांस के लिए कुत्ते बेचने वाली सभी दुकानें बंद कर दी जाएं। हालांकि, सदियों पुराने इस कारोबार को रातों-रात बंद करना किसानों के लिए आसान नहीं है। यहां तक की सरकार ने मांस के लिए पाले गए 5 लाख से ज्यादा कुत्तों के लिए कोई ठोस इंतजाम तक नहीं किया। इसकी वजह से किसान परेशान हैं और कर्ज में डूबते जा रहे हैं।


मंत्रालय ने जाहिर की चिंता

इस मामले में ह्यूमन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स कोरिया के कैंपेन मैनेजर ली संगक्यूंग ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा, "कुत्ते के मांस पर बैन तो लग गया है, लेकिन सरकार और सामाजिक संगठन अब तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि इन बचे हुए कुत्तों को कैसे बचाया जाए और इनका क्या किया जाए।"

दक्षिण कोरिया के कृषि, खाद्य और ग्रामीण मामलों के मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर किसान अपने कुत्तों को छोड़ देते हैं, तो स्थानीय प्रशासन उन्हें अपने संरक्षण में लेकर शेल्टरों में रखेगा, लेकिन जानवरों के लिए बनाए गए शेल्टर पहले से ही भरे हुए हैं। अब जिन कुत्तों को बचाने के लिए मांस पर बैन लगाया गया था, उन्हीं के लिए बड़ी मुसीबत हो गई है।

विदेशों में भेज दिए कुत्ते

इस मुसीबत से बचने के लिए कुछ लोगों ने अपने कुत्तों को विदेशों में भेज दिया है, जहां उन्हें अपनाने वाले लोग आसानी से मिल सकते हैं। इनमें कनाडा, ब्रिटेन और अमेरिका का नाम शामिल है। साल 2023 में ह्यूमन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स कोरिया की एक टीम ने एक फार्म से करीब 200 कुत्तों को बचाया था और उन्हें कनाडा और अमेरिका भेज दिया।

1 / 8
Your Score0/ 8
Gausiya Bano

Gausiya Bano

Mail ID - [email protected]

Gausiya Bano is a Multimedia Journalist based in Lucknow, the capital city of Uttar Pradesh, currently serving as Desk In-Charge at Newstrack. She holds a postgraduate degree in Journalism from Makhanlal Chaturvedi National University, Bhopal, Madhya Pradesh. With over 2.5 years of experience, she has worked with leading organizations including Rajasthan Patrika and NewsBytes. She has expertise in news desk operations, reporting and digital journalism. At Newstrack She oversees content management, ensures editorial accuracy and coordinates with reporters to maintain high newsroom standards. Passionate about ethical reporting and adapting to the evolving media landscape, Gausiya Bano continues to grow as a dedicated and responsible journalist.

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!