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हर तरफ होगा तबाही का मंजर! रूस और ईरान ने लिख दी 'महाविनाश' की कहानी, 'परमाणु' हमले से ही खत्म होगी जंग

Russia with Iran: अब यह देखना अहम होगा कि क्या रूस इस संघर्ष में सैन्य रूप से सक्रिय भूमिका निभाता है या कूटनीतिक प्रयासों तक सीमित रहता है।

Snigdha Singh
Published on: 24 Jun 2025 11:41 AM IST
हर तरफ होगा तबाही का मंजर! रूस और ईरान ने लिख दी महाविनाश की कहानी, परमाणु हमले से ही खत्म होगी जंग
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Russia with Iran: अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमलों के बाद, पश्चिम एशिया में जारी युद्ध में शक्ति संतुलन बदलता नजर आ रहा है। ईरान फिलहाल रक्षात्मक मुद्रा में दिख रहा है, जबकि इजराइल को अमेरिका से खुला समर्थन मिल चुका है। ऐसे में अब ईरान की नजरें रूस और चीन से संभावित समर्थन पर टिकी हैं।

रूस ने जताई मदद की संभावना

ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची इन दिनों रूस दौरे पर हैं। इस बीच क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि रूस, ईरान को हरसंभव मदद देने को तैयार है, बशर्ते तेहरान उस मदद की औपचारिक रूप से मांग करे। पेसकोव ने कहा, "यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि ईरान को किस प्रकार की सहायता की ज़रूरत है। हमने मध्यस्थता की पेशकश की है, और यह हमारी ओर से समर्थन का प्रतीक है।"

सैन्य हस्तक्षेप की आशंका

अगर ईरान रूस से प्रत्यक्ष सैन्य सहयोग की मांग करता है और रूस की सेनाएं इस युद्ध में शामिल होती हैं, तो यह संघर्ष और भी खतरनाक रूप ले सकता है। पेसकोव ने साफ किया कि रूस ने इस मुद्दे पर अपना रुख साफ कर दिया है हम ईरान के साथ हैं।

पुतिन और ट्रंप के बीच हुई चर्चा

रूसी प्रवक्ता ने यह भी खुलासा किया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल में हुई बातचीत में ईरान-इजराइल युद्ध प्रमुख विषय रहा।

पुतिन की अराघची से मुलाकात

सोमवार को मास्को में पुतिन और अराघची की मुलाकात के दौरान, रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान पर हो रहे हमले "बिलकुल निराधार" हैं। इससे पहले रूस ने अमेरिका और इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए सैन्य हमलों की खुलकर निंदा की थी।

युद्ध में रूस की एंट्री से बदल सकता है समीकरण

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि रूस इस युद्ध में कूदता है, तो इससे ईरान को सैन्य बल में मजबूती मिल सकती है। फिलहाल ईरान बैलिस्टिक मिसाइलों के जरिए इजराइल को जवाब दे रहा है, लेकिन रूस के शामिल होने पर वायु सुरक्षा प्रणाली और लड़ाकू विमानों की सहायता से ईरान को इजराइली हमलों से भारी राहत मिल सकती है।

अब यह देखना अहम होगा कि क्या रूस इस संघर्ष में सैन्य रूप से सक्रिय भूमिका निभाता है या कूटनीतिक प्रयासों तक सीमित रहता है। इस फैसले पर पूरे क्षेत्र की स्थिरता टिकी है।

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Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh, leadership role in Newstrack. Leading the editorial desk team with ideation and news selection and also contributes with special articles and features as well. I started my journey in journalism in 2017 and has worked with leading publications such as Jagran, Hindustan and Rajasthan Patrika and served in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi during my journalistic pursuits.

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