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पुतिन के करीबी मंत्री की मौत से दहला रूस! बर्खास्तगी के 3 घंटे बाद घर में मिली लाश

Russian transport minister dead: राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बेहद करीबी माने जाने वाले नेता रोमन स्टारोवोइट अब इस दुनिया में नहीं रहे। और उनकी मौत का तरीका जितना चौंकाने वाला है, उससे कहीं ज़्यादा चौंकाने वाला है वक्त—क्योंकि यह सब हुआ ठीक उस दिन, जब पुतिन ने उन्हें अपने कैबिनेट से बर्खास्त किया था…

Harsh Srivastava
Published on: 7 July 2025 7:51 PM IST
पुतिन के करीबी मंत्री की मौत से दहला रूस! बर्खास्तगी के 3 घंटे बाद घर में मिली लाश
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Russian transport minister dead: रूस की सत्ता के गलियारों से एक ऐसी खबर आई है, जिसने पूरे क्रेमलिन को हिला कर रख दिया है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बेहद करीबी माने जाने वाले नेता रोमन स्टारोवोइट अब इस दुनिया में नहीं रहे। और उनकी मौत का तरीका जितना चौंकाने वाला है, उससे कहीं ज़्यादा चौंकाने वाला है वक्त—क्योंकि यह सब हुआ ठीक उस दिन, जब पुतिन ने उन्हें अपने कैबिनेट से बर्खास्त किया था… और महज 3 घंटे बाद उनका शव उनके घर में मिला — बंदूक के साथ। मौत की खबर फैलते ही पूरा रूस सन्न रह गया। टेलीग्राम चैनल ‘112’ के अनुसार, स्टारोवोइट की लाश उनके ही घर में पड़ी मिली, और बंदूक उनके पास रखी थी। पहली नजर में मामला आत्महत्या का बताया जा रहा है, लेकिन सत्ता की राजनीति के जानकार इसे महज संयोग नहीं मानते। क्या रूस के इस कद्दावर नेता को साज़िश के तहत हटाया गया? या पुतिन से नाराज़गी ने उन्हें ऐसा कदम उठाने को मजबूर कर दिया?

जिस नेता ने रूस की सड़कें संवारीं, उसका अंत इतनी बेरहमी से क्यों?

रोमन स्टारोवोइट, रूस के परिवहन मंत्री, वही शख्स जिसने एक दशक पहले सड़क विकास योजनाओं से रूस का नक्शा बदल दिया, आज खुद एक अनसुलझी मौत का शिकार हो गया। 2012 से 2018 तक वह रूस की संघीय सड़क एजेंसी के प्रमुख रहे और उनकी साख एक ईमानदार और विकासवादी अफसर की थी। लेकिन जब रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ी, तो हालात बदल गए। स्टारोवोइट को कुर्स्क क्षेत्र का गवर्नर बनाया गया, जो यूक्रेन बॉर्डर से सटा हुआ है। वहां भी उनका ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा रहा, लेकिन यूक्रेनी ड्रोन हमलों के बाद पुतिन के निशाने पर वही आ गए और सोमवार को, क्रेमलिन ने एक तेज़ और चौंकाने वाला फैसला लेते हुए उन्हें मंत्री पद से हटा दिया। उनके स्थान पर आंद्रेई निकितिन को नया परिवहन मंत्री नियुक्त कर दिया गया। और इसी बर्खास्तगी के महज 3 घंटे बाद, उनकी मौत की खबर आई।

आत्महत्या या साजिश? कई सवाल खड़े करती है ये 'मौत'

रूसी मीडिया मेडुज़ा और अन्य स्थानीय समाचार एजेंसियों की मानें तो स्टारोवोइट की मौत के पीछे आत्महत्या का एंगल देखा जा रहा है। लेकिन जानकारों का दावा है कि यह मामला इतना सरल नहीं है। रूस के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि स्टारोवोइट लंबे समय से पुतिन के फैसलों से खफा थे, उन्हें यूक्रेनी हमलों के लिए बलि का बकरा बनाया गया, और जब मंत्री पद छीना गया, तो उन्हें सत्ता के गलियारों से बाहर फेंक दिया गया। क्या इसी अपमान और मानसिक दबाव ने उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया? या फिर यह कोई ऐसी साजिश थी, जिसे सत्ता की ऊपरी परतों में छुपाया जा रहा है?

पुतिन सरकार में मौतें कोई नई बात नहीं

यह पहला मौका नहीं है जब किसी वरिष्ठ नेता की अचानक मौत ने रूस को हिला दिया हो। पिछले कुछ वर्षों में गुप्तचर एजेंसी अधिकारियों, अरबपति व्यापारियों और वरिष्ठ अफसरों की मौतें या ‘आत्महत्याएं’ होती रही हैं — और हमेशा के लिए उनके पीछे के सच को दफना दिया गया। स्टारोवोइट की मौत भी क्या उसी कड़ी का हिस्सा है?

पुतिन की चुप्पी और खौफ का साया

अभी तक पुतिन की ओर से कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है। क्रेमलिन में हलचल है, लेकिन बाहर सिर्फ खामोशी है। सूत्रों के अनुसार, स्टारोवोइट के शव की फॉरेंसिक जांच जारी है और उनके मोबाइल तथा कंप्यूटर को जब्त कर लिया गया है। क्या इस जांच में कोई चौंकाने वाला खुलासा होगा? या रूस की सत्ता फिर से एक राज़ को सदा के लिए दफना देगी? रोमन स्टारोवोइट की मौत एक चेतावनी है — कि पुतिन की सत्ता में कोई भी सुरक्षित नहीं, यहां तक कि वो भी नहीं जिन्होंने रूस की सड़कें बनाई हों।

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Harsh Srivastava

News Coordinator and News Writer

Harsh Shrivastava is an enthusiastic journalist who has been actively writing content for the past one year. He has a special interest in crime, politics and entertainment news. With his deep understanding and research approach, he strives to uncover ground realities and deliver accurate information to readers. His articles reflect objectivity and factual analysis, which make him a credible journalist.

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