बम नहीं ’महा-बम’, ईरानी परमाणु ठिकानों पर कहर बन बरसा अमेरिका का यह घातक हथियार

USA Iran Airstrike: अमेरिका के जिस बम का इस्तेमाल ईरान के परमाणु ठिकानों को मिट्टी में मिलाने के लिए किया है वह हथियार जीबीयू-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (एमओपी) बेहद खतरनाक माने जाते हैं।

Shishumanjali kharwar
Published on: 22 Jun 2025 11:06 AM IST (Updated on: 22 Jun 2025 11:52 AM IST)
USA Iran Airstrike
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USA Iran Airstrike: इजरायल और ईरान के बीच बीते दस दिनों से चल रहे संघर्ष के बाद अब अमेरिका ने ईरान पर हमला कर दिया है। अमेरिका की सेना ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया है। ईरान के परमाणु ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए अमेरिका ने बेहद हाइटेक बम का इस्तेमाल किया है। अमेरिका ने हमले के लिए बी-2 स्टेल्थ बॉम्बर और GBU 57 A/B MOP बमों का उपयोग किया।

इन बमों को लेकर अगर कहा जाए तो यह बम नहीं महाबम हैं। हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह दावा किया है कि ईरान के फोर्दो परमाणु ठिकाने पर बमबारी कर उसे नुकसान पहुंचाया गया है। उल्लेखनीय है कि माना जाता है कि ईरान के फोर्दो परमाणु ठिकाना बेहद मजबूत है और यह जमीन के काफी नीचे बना हुआ है। इस पर किसी भी हमले का असर भी नहीं होता है। ऐसे में ईरान के इस मजबूत किले को नेस्तांबूत करने के लिए इजरायल अमेरिका का हस्तक्षेप चाह रहा था। इजरायल की मंशा थी कि अमेरिका घातक बमों के जरिए ईरान के इस परमाणु ठिकाने को ध्वस्त कर दे।

कितना खतरनाक है अमेरिका के एमओपी बम

अमेरिका के जिस बम का इस्तेमाल ईरान के परमाणु ठिकानों को मिट्टी में मिलाने के लिए किया है वह हथियार जीबीयू-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (एमओपी) बेहद खतरनाक माने जाते हैं। इस तरह से तैयार ही किया गया है कि यह जमीन के काफी नीचे तक वार कर सके। अमेरिका का यह एमओपी हथियार किसी भी टनल या फिर मजबूत बंकर को पलक झपकते ही तबाह कर सकता है। यह कठिन से कठिन लक्ष्य को भी भेदने में सक्षम है और इसे मिलिट्री जीपीएस के जरिए टायगेट किया जाता है। इस एमओपी हथियार की लंबाई 20.5 फीट तक होती है। वही इसका डायामीटर 31.5 इंच का रहता है।

इस हथियार के वजन की बात करें तो यह लगभग 30 हजार पाउंड तक वजनी होता है। इसके अंदर 5300 पाउंड विस्फोटक भरा हुआ होता है। अमेरिका का यह हथियार पहले के हथियार बीएलयू-109 की अपेक्षा दस गुना से अधिक घातक है। यह जमीन के 200 फीट अंदर पर लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इस बम पर एक खास किस्म की हाई-परफॉर्मेंस वाली स्टील की परत लगी रहती है। जिससे यह जमीन के अंदर वार करते समय भी सुरक्षित रहता है।

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मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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