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How To Fix EV Battery Issue: बैटरी फुल मगर स्पीड स्लो? जानिए EV चार्जिंग की असली वजहें और इस समस्या से निपटने के तरीके
How To Fix EV Cars Battery Problems: कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें समझकर और अपनाकर आप अपनी EV की चार्जिंग स्पीड को बेहतर कर सकते हैं, आइये जानते हैं क्या हैं वो ज़रूरी बातें।
How To Fix EV Cars Battery Problems (Image Credit-Social Media)
How To Fix EV Cars Battery Problems: इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) का चलन दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें, पर्यावरण के प्रति जागरूकता और सरकार की नीतियों ने EV को तेजी से लोकप्रिय बनाया है। लेकिन इसके साथ ही एक आम सवाल हर EV यूज़र के मन में आता है, कि चार्जिंग में इतना समय क्यों लगता है? भले ही कई इलेक्ट्रिक गाड़ियां अब फास्ट चार्जिंग फीचर के साथ आ रही हैं, फिर भी चार्जिंग की गति अब भी कई कारकों पर निर्भर करती है। कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें समझकर और अपनाकर आप अपनी EV की चार्जिंग स्पीड को बेहतर कर सकते हैं और समय की बचत कर सकते हैं। आइए जानते हैं वो जरूरी बातें जो आपकी इलेक्ट्रिक कार की चार्जिंग गति को प्रभावित करती हैं और कैसे आप इसे बढ़ा सकते हैं।
1. चार्ज की स्थिति (State of Charge - SoC)
EV को चार्ज करना कब शुरू किया गया, इसका उसकी चार्जिंग स्पीड पर बड़ा असर पड़ता है। जब बैटरी बिल्कुल खाली होती है (जैसे 10% या उससे कम SoC), तब वह तेजी से चार्ज होती है। जैसे-जैसे SoC बढ़ता है (जैसे 80% के बाद), चार्जिंग गति धीमी होने लगती है। यह एक सुरक्षा फीचर है जिससे बैटरी को ओवरचार्जिंग से बचाया जा सके।
क्या करें-
EV को बहुत अधिक चार्ज पर न रखें। बेहतर चार्जिंग स्पीड के लिए 10% से 20% SoC पर चार्ज करना शुरू करें और लगभग 80% तक ही चार्ज करें।
2. बैटरी का तापमान (Battery Temperature)
EV की बैटरी थर्मल सेंसेटिव होती है। बहुत ज्यादा ठंडा या गर्म तापमान चार्जिंग स्पीड को सीधे प्रभावित करता है।
इसका आदर्श तापमान
10°C से 30°C के बीच सुरक्षित साबित होता है।
ज्यादा गर्मी में चार्जिंग स्लो हो जाती है और बैटरी लाइफ पर भी असर पड़ता है।
ठंड में भी बैटरी धीमी गति से चार्ज होती है क्योंकि इलेक्ट्रोलाइट्स की गति धीमी हो जाती है।
क्या करें-
गर्मी में कार को छाया में पार्क करके चार्ज करें।
सर्दियों में चार्ज करने से पहले कार को थोड़ी देर चला लें ताकि बैटरी गर्म हो जाए।
3. चार्जिंग के दौरान उपयोग होने वाले अन्य इलेक्ट्रिक लोड(Other electric loads used during charging)
यदि आप चार्जिंग के दौरान कार के AC, हेडलाइट या इनफोटेनमेंट सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं तो यह चार्जिंग गति को कम कर सकता है। इससे चार्जर से आने वाली ऊर्जा दो जगह बैटरी और अन्य लोड पर बंट जाती है। नतीजा, बैटरी धीरे चार्ज होती है।
क्या करें-
चार्जिंग करते समय AC, म्यूजिक सिस्टम, केबिन लाइट्स और अन्य इलेक्ट्रिक उपकरण बंद रखें।
4. बैटरी की उम्र और स्थिति (Battery age and condition)
समय के साथ EV की बैटरी में डिग्रेडेशन होता है। इससे उसकी चार्जिंग क्षमता और स्पीड दोनों घट जाती हैं।
पुरानी बैटरी अधिक गर्म होती है और धीरे चार्ज होती है। बार-बार फुल चार्ज और फुल डिस्चार्ज से बैटरी जल्दी खराब हो जाती है।
क्या करें-
बैटरी को कभी भी 0% तक खत्म न करें और बार-बार 100प्रतिशत तक न ले जाएं।
20 से 80 प्रतिशतके बीच चार्जिंग का रूटीन अपनाएं।
समय-समय पर बैटरी की जांच और मेंटेनेंस कराएं।
5. चार्जिंग पॉइंट की पावर आउटपुट(Power output of the charging point)
आपके चार्जर की क्षमता और पावर आउटपुट चार्जिंग गति का बड़ा फैक्टर है।
EV की चार्जिंग क्षमता (जैसे 7.2kW, 11kW, 50kW या 120kW) होती है।
अगर आप 50kW क्षमता वाली गाड़ी को सिर्फ 3.3kW के चार्जर से चार्ज कर रहे हैं, तो चार्जिंग धीमी होगी।
क्या करें-
अपने EV की अधिकतम चार्जिंग क्षमता को जानें।
उसी हिसाब से चार्जिंग स्टेशन का चुनाव करें।
जहां संभव हो, DC फास्ट चार्जर का इस्तेमाल करें।
6. EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और नेटवर्क(EV charging infrastructure and network)
EV को सही ढंग से चार्ज करने के लिए विश्वसनीय और मजबूत चार्जिंग नेटवर्क जरूरी है। कहीं-कहीं चार्जिंग स्टेशनों में पावर आउटपुट कम होता है। कभी-कभी नेटवर्क में तकनीकी खराबी से भी चार्जिंग धीमी हो सकती है।
क्या करें-
विश्वसनीय चार्जिंग स्टेशनों जैसे Tata Power, Ather Grid, ChargeZone, Statiq आदि का उपयोग करें। समय बचाने के लिए चार्जिंग स्लॉट पहले से बुक करें (जहां सुविधा उपलब्ध हो)।
7. चार्जिंग केबल की गुणवत्ता और लंबाई (Quality and length of charging cable)
चार्जिंग केबल की गुणवत्ता और उसके द्वारा वहन की जा सकने वाली पावर चार्जिंग स्पीड को प्रभावित कर सकती है। खराब या पुरानी केबल पावर को ठीक से ट्रांसफर नहीं करती।
लंबी केबल्स से वोल्टेज ड्रॉप हो सकता है, जिससे चार्जिंग धीमी होती है।
क्या करें-
कंपनी द्वारा दी गई प्रमाणित केबल का उपयोग करें।केबल की स्थिति का समय-समय पर निरीक्षण करें। बहुत लंबी केबल्स से बचें।
8. सॉफ़्टवेयर और फर्मवेयर अपडेट्स (Software and firmware updates)
कई बार चार्जिंग स्पीड को नियंत्रित करने वाले सॉफ़्टवेयर अपडेट्स आते हैं।
नए अपडेट से बैटरी की चार्जिंग कुशलता में सुधार हो सकता है। कई बार कंपनियां सुरक्षा कारणों से चार्जिंग स्पीड कम कर देती हैं।
क्या करें-
अपनी EV का सॉफ़्टवेयर हमेशा अपडेट रखें।
समय-समय पर सर्विस सेंटर से जांच करवाएं।
9. AC और DC चार्जिंग के बीच अंतर (AC vs DC charging)
चार्जिंग का प्रकार भी स्पीड पर असर डालता है।
AC चार्जर धीमी चार्जिंग देते हैं (3.3kW से 11kW तक)।
वहीं DC फास्ट चार्जर EV को कुछ ही मिनटों में चार्ज कर सकते हैं (30kW से 350kW तक)।
क्या करें-
घर या ऑफिस पर नियमित चार्जिंग के लिए AC चार्जर का उपयोग करें।
यात्रा के दौरान फास्ट चार्जिंग के लिए DC चार्जर का उपयोग करें।
10. स्मार्ट चार्जिंग तकनीक और मोबाइल एप्स (Smart charging technology and mobile apps)
अब कई EV कंपनियां स्मार्ट चार्जिंग सुविधा देती हैं, जिससे बैटरी के अनुसार चार्जिंग को नियंत्रित किया जा सकता है। मोबाइल एप्स के ज़रिए बैटरी की स्थिति, तापमान, चार्जिंग लेवल आदि की जानकारी मिलती है। आप चार्जिंग को शेड्यूल कर सकते हैं जैसे रात को जब बिजली की दर कम हो।
क्या करें-
अपनी EV ब्रांड की मोबाइल ऐप इंस्टॉल करें।
बैटरी की निगरानी करें और शेड्यूल्ड चार्जिंग का प्रयोग करें। इलेक्ट्रिक कार की चार्जिंग स्पीड एक समान नहीं होती। यह कई कारकों पर निर्भर करती है जैसे बैटरी की स्थिति, तापमान, चार्जर की पावर, वाहन की चार्जिंग सीमा आदि। यदि आप इन सभी बातों को ध्यान में रखते हैं और अपनी EV को सही तरीके से चार्ज करते हैं, तो चार्जिंग का समय कम हो सकता है और बैटरी की उम्र भी बढ़ाई जा सकती है।
समझदारी से की गई चार्जिंग न केवल आपके समय की बचत करती है, बल्कि आपकी EV को लंबे समय तक बेहतर स्थिति में बनाए रखती है।
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