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हापुड़ में खाद्य सुरक्षा योजना का अनाज घोटाला, 11 पर FIR दर्ज
हापुड़ में FCI का अनाज चोरी व पानी मिलाकर बेचने का घोटाला उजागर, 8 ट्रक ड्राइवर, ठेकेदार और 2 ढाबा मालिक समेत 11 आरोपियों पर मुकदमा दर्ज।
Hapur News: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गरीबों के लिए भेजे जा रहे अनाज में बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि सरकारी गेहूं-चावल के बोरे चोरी से बेचे जाते थे और वजन पूरा करने के लिए उनमें पानी डाला जाता था। इस हैरान कर देने वाले मामले में 8 ट्रक ड्राइवर, एक परिवहन ठेकेदार और दो ढाबा मालिकों समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
कैसे हुआ घोटाले का खुलासा?
20 अगस्त 2025 को भारतीय खाद्य निगम (FCI) डिपो, हापुड़ से गाजियाबाद के लिए 15 ट्रक अनाज रवाना हुए। लेकिन शाम को एसडीएम सदर के नेतृत्व में चेकिंग के दौरान हापुड़-मोदीनगर रोड स्थित चौधरी ढाबे के पास 8 ट्रक संदिग्ध हालात में खड़े मिले।इन ट्रकों के बोरे भीगे हुए थे और ड्राइवर संतोषजनक दस्तावेज पेश नहीं कर सके। संदेह गहराने पर प्रशासन ने सभी ट्रकों को सीज कर नवीन मंडी पहुंचाया और अगले दिन 21 अगस्त को दोबारा तौल कराई गई।पुनः तौल में कई ट्रकों का वजन कम और ज्यादा मिला, जिसने कालाबाजारी की पुष्टि कर दी।
ड्राइवरों का कबूलनामा: कैसे चल रहा था खेल?
पूछताछ में ट्रक चालकों ने मौखिक रूप से माना कि कम मजदूरी मिलने के कारण वे अनाज के कुछ बोरे चोरी-छिपे हापुड़-मोदीनगर रोड पर चौधरी ढाबा मालिक हनी और सनी चौधरी को बेच देते थे।उन्होंने यह भी बताया कि चोरी का माल पकड़ा न जाए और तौल में कमी न दिखे, इसके लिए अनाज के बोरे में पानी डाला जाता था।
तौल में निकले चौंकाने वाले आंकड़े
ट्रक UP14HT4853 में 2.60 क्विंटल अनाज कम
ट्रक UP14QT9817 में 0.50 क्विंटल कम
जबकि ट्रक UP14FT8756 और UP14FT3203 में 0.90 क्विंटल अनाज ज्यादा मिला।यह हेरफेर साफ तौर पर सरकारी अनाज की कालाबाजारी और अवैध बिक्री की ओर इशारा करता है।
किन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR?
कोतवाली नगर पुलिस ने ठेकेदार मैसर्स बुलंद लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (गाजियाबाद), ट्रक चालक दिनेश, इंदजीत, विजेंद्र, प्रवीण, बिजेंद्र, नाजिम, आमिर, शहजाद और ढाबा मालिक हनी व सनी चौधरी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस ने क्या कहा?
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीष प्रताप सिंह ने कहा “जिला विपणन अधिकारी की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है। यह मामला बेहद गंभीर है क्योंकि इसमें गरीबों का हक मारा गया है। उन्होंने आगे कहा “हमने 11 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। अब इस मामले की हर स्तर पर जांच की जा रही है। जिन लोगों ने भी सरकारी अनाज में हेराफेरी की, उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।“जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस घोटाले में और कोई बड़ा अधिकारी या अन्य लोग शामिल हैं। सभी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। जल्द ही इसमें और गिरफ्तारी हो सकती है।”
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