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Lakhimpur Kheri News: धौरहरा क्षेत्र में बालू-मिट्टी खनन का खेल जारी, रॉयल्टी पर्ची पर उठे सवाल, प्रशासन मौन
Lakhimpur kheri News: स्थानीय लोगों का आरोप है कि दुर्गमता मंदिर के पास कुछ लोग खुलेआम रॉयल्टी पर्चियां काट रहे हैं, जो कि नियमानुसार प्रक्रिया के विपरीत है।
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Lakhimpur Kheri News: तहसील धौरहरा क्षेत्र के खमरिया, ईसानगर, मोहमदपुर, बेहटा, और परसिया मार्ग पर रात-दिन तेज रफ्तार से दौड़ रही बालू व मिट्टी से भरी ट्रॉलियों ने खनन अनियमितताओं की पोल खोल दी है। खनन कार्य लगातार जारी है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
इस संबंध में लेखपाल अभिषेक तिवारी ने जानकारी दी कि हरदासपुर गांव में 3000 घन मीटर मिट्टी खनन की अनुमति दी गई थी, लेकिन खनन कार्य पिछले एक माह से अधिक समय से जारी है। ऐसे में संदेह उठता है कि निर्धारित मात्रा की पूर्ति कब की जा चुकी होगी, फिर भी ट्रॉलियों का संचालन लगातार जारी है।वहीं, जब उपजिलाधिकारी धौरहरा शशिकांत मणि त्रिपाठी से इस विषय में पूछा गया तो उन्होंने केवल इतना कहा कि, "इसकी जांच कराई जाएगी।"
स्थानीय लोगों का आरोप है कि दुर्गमता मंदिर के पास कुछ लोग खुलेआम रॉयल्टी पर्चियां काट रहे हैं, जो कि नियमानुसार प्रक्रिया के विपरीत है। बताया गया कि ये पर्चियां 1500 से 2000 रुपये तक में बेची जा रही हैं, जबकि नियम के अनुसार तौल केंद्र (धर्म कांटा) पर वजन के बाद ही रॉयल्टी पर्ची जारी की जानी चाहिए और वहां सीसीटीवी निगरानी भी अनिवार्य है। लेकिन मौके पर ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला।
जब वहां मौजूद लोगों से परमिशन दिखाने को कहा गया, तो वे दस्तावेज़ किसी और के पास होने की बात कहकर टालमटोल करते नजर आए। यह स्थिति स्पष्ट रूप से संभावित मिलीभगत और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है।प्रशासन की निष्क्रियता और अनदेखी के चलते क्षेत्र में अवैध खनन माफिया का हौसला बुलंद है, जिससे न केवल सरकारी राजस्व की हानि हो रही है, बल्कि क्षेत्र की सड़कों और पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
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