Lucknow News: आयुर्वेद और नेचुरोपैथी विशेषज्ञ आचार्य मनीष जी ने लांच किया भारत का पहला पेट-यकृत-प्लीहा शुद्धि किट

Lucknow News: यह शुद्धि किट 4 हफ्तों का एक निर्धारित प्रोटोकॉल प्रदान करती है, जो पाचन तंत्र को रीसेट करता है, लिवर को मेटाबॉलिक वेस्ट और हार्मोन प्रोसेसिंग में मदद करता है।

Newstrack Desk
Published on: 22 Aug 2025 9:18 PM IST
Ayurveda and Naturopathy expert Acharya Manish launches Indias first stomach-liver-spleen cleansing kit
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आयुर्वेद और नेचुरोपैथी विशेषज्ञ आचार्य मनीष जी ने लांच किया भारत का पहला पेट-यकृत-प्लीहा शुद्धि किट (Photo- Newstrack)

Lucknow News: लखनऊ के रेडिसन सिटी सेंटर कैंट रोड पर आयुर्वेद और नेचुरोपैथी के विशेषज्ञ आचार्य मनीष जी ने भारत का पहला पेट-यकृत-प्लीहा शुद्धि किट लॉन्च किया। यह किट आंत (पेट) लिवर (यकृत) और प्लीहा (स्प्लीन) की सेहत को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है और इसे 20 से अधिक वर्षों के शोध, क्लिनिकल ट्रायल्स, और रोगियों पर किए गए सफल परीक्षणों के आधार पर विकसित किया गया है।

यह किट खासतौर पर लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों की जड़ तक पहुंचकर उनका इलाज करने के लिए बनाई गई है, जो न केवल लक्षणों का इलाज करती है, बल्कि रोगों को जड़ से खत्म करने और उनकी रोकथाम में भी सहायक है। यह किट स्वस्थ लोगों के लिए भी उपयुक्त है, ताकि वे इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करके बीमारियों से बच सकें।

किट का प्रभावी तरीका और फायदे

यह शुद्धि किट 4 हफ्तों का एक निर्धारित प्रोटोकॉल प्रदान करती है, जो पाचन तंत्र को रीसेट करता है, लिवर को मेटाबॉलिक वेस्ट और हार्मोन प्रोसेसिंग में मदद करता है, और प्लीहा की रोग प्रतिरोधक क्षमता और खून की शुद्धि को मजबूत बनाता है। यह गैस, एसिडिटी, कब्ज, अपच, मोटापा, लिवर ओवरलोड और कमजोर पाचन जैसी समस्याओं से राहत देने में मदद कर सकता है।

आचार्य मनीष जी का कहना है कि सिर्फ लक्षणों का इलाज करना पर्याप्त नहीं है। असली इलाज तब होता है जब हम बीमारी की जड़ तक पहुंचते हैं। आयुर्वेद बताता है कि जब पेट, लिवर और प्लीहा पर अत्यधिक दबाव होता है तो शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है, जो थकान, सूजन और गंभीर बीमारियों का कारण बनता है।”

स्वस्थ शरीर के लिए एक नया समाधान, जड़ी-बूटियों का शक्तिशाली मिश्रण

इस किट में कुटकी, कालमेघ, हरड़, गिलोय, आंवला और भुम्यामलकी जैसी शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण है, जो लिवर की सुरक्षा, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और पाचन सुधारने में मदद करती हैं। यह किट आयुष मंत्रालय से मंजूरी प्राप्त है और HIIMS अस्पतालों में वैलिडेट की गई है, जो इसकी गुणवत्ता और प्रभावशीलता को प्रमाणित करती है।

जीना सीखो लाइफकेयर के साथ नई शुरुआत

यह किट जीना सीखो लाइफकेयर लिमिटेड द्वारा विकसित की गई है, जो भारत की एक तेजी से बढ़ती इंटीग्रेटिव हेल्थ कंपनी है और स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध है। जीना सीखो का उद्देश्य है कि हर घर में संपूर्ण स्वास्थ्य और रोगों की रोकथाम प्राथमिकता बने। कंपनी ने इस किट को शोध, क्लिनिकल परीक्षण, डॉक्टर परामर्श और रोगी सपोर्ट सेवाओं के साथ बाजार में उतारा है।

स्वास्थ्य सुधार के प्रति आचार्य मनीष जी का योगदान

आचार्य मनीष जी पिछले 20 वर्षों से भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली को नई दिशा दे रहे हैं। उनकी संस्थाएं, जीना सीखो लाइफकेयर, शुद्धि क्लीनिक्स, और HIIMS अस्पताल आज 125 से अधिक अस्पतालों और क्लीनिकों में 900+ मेडिकल एक्सपर्ट्स के नेटवर्क के साथ लाखों लोगों की सेवा कर रही हैं। उनके द्वारा विकसित किए गए स्वास्थ्य प्रोटोकॉल न केवल पुरानी बीमारियों के इलाज में प्रभावी हैं, बल्कि ये बीमारियों की रोकथाम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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