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Lucknow News: JPNIC वापसी की तैयारी, सरकार एलडीए से वसूलेगी 821 करोड़ रुपये, डेढ़ साल में दोबारा संचालन शुरू करने का लक्ष्य
Lucknow News: लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार क्षेत्र में स्थित बहुप्रतीक्षित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) एक बार फिर चर्चा में है। अखिलेश यादव की सरकार के दौरान निर्मित भव्य और अत्याधुनिक मल्टीपर्पज बिल्डिंग पर करीब 821 करोड़ रुपए का खर्च आया था। अब योगी सरकार पूरी लागत को एलडीए से वसूलने की योजना पर काम कर रही है।
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Lucknow News: लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार क्षेत्र में स्थित बहुप्रतीक्षित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) एक बार फिर चर्चा में है। अखिलेश यादव की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान निर्मित भव्य और अत्याधुनिक मल्टीपर्पज बिल्डिंग पर करीब 821 करोड़ रुपए का खर्च आया था। अब योगी सरकार पूरी लागत को लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) से वसूलने की योजना पर काम कर रही है। एलडीए को यह राशि लौटाने के लिए 30 वर्षों का समय दिया जाएगा।
सरकार बदलने के बाद निर्माण कार्य रुका
जेपीएनआईसी को एलडीए ने बनवाया, लेकिन 2017 में सरकार बदलने के बाद निर्माण रोक दिया गया था। उसके बाद पूरी बिल्डिंग कई साल तक वीरान पड़ी रही। अब सरकार ने दोबारा जेपीएनआईसी को सक्रिय करने का निर्णय लिया है। एलडीए इसकी बची हुई परियोजनाओं को पूरा करेगा और एक कमेटी बनाकर भवन के संचालन की जिम्मेदारी भी संभाल सकता है। इसके अंतर्गत संचालित होने वाले क्लब के लिए सदस्यता अभियान भी शुरू किया जाएगा।
आधुनिक शहरी सुविधाओं का उदाहरण
जेपीएनआईसी एक मल्टीस्टोरी मल्टीपर्पज भवन है, जो आधुनिक शहरी सुविधाओं का बेहतरीन उदाहरण मानी जाती है। इसमें स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, ओपन रेस्टोरेंट, जिम, स्पा, होटल, म्यूजियम और एक 2000 लोगों की क्षमता वाला कन्वेंशन हॉल आदि शामिल है। इसकी छत पर एक ओपन रेस्टोरेंट और हेलीपैड भी बनाया गया है, वीआईपी हेलिकॉप्टर से उतर सकेंगे। एलडीए के अनुसार दोबारा से डेढ़ साल के भीतर पूरी तरह से चालू करने की तैयारी की जा रही है।
राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण
इसके लिए एक विस्तृत कार्य योजना बनाई गई है, जिसमें हर विभाग को निर्धारित समय सीमा में अपना कार्य पूरा करना होगा। जेपीएनआईसी लंबे समय से राजनीतिक विवादों का हिस्सा रहा है। इसे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी परियोजना कहा जाता था, लेकिन 2017 में सरकार बदलने के बाद यह ठंडे बस्ते में चला गया। अब योगी सरकार इसका दोबारा उपयोग सुनिश्चित कर रही है। एलडीए पर खर्च डालने का निर्णय चर्चा का विषय बन गया है।
जेपीएनआईसी चलने से जनता का लाभ
यह बिल्डिंग पूरी तरह से सक्रिय होगी, तो लखनऊवासियों को नई सांस्कृतिक, व्यापारिक व सामाजिक गतिविधियों की जगह मिलेगी। इसके क्लब की सदस्यता नागरिकों के लिए भी खोली जाएगी, इससे वह भी आधुनिक इमारत की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। जेपीएनआईसी लखनऊ के स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की पहचान बनने की ओर बढ़ रहा है। सरकार और एलडीए की साझा कोशिशें इस लंबे समय से बंद पड़ी परियोजना को नई ऊर्जा देने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही हैं।
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