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KGMU News: दिमाग की बीमारियों की वजह पता लगाने के लिए डेड ब्रेन पर केजीएमयू करेगा शोध
Lucknow News: सोमवार को केजीएमयू के ऑटोनोमी विभाग का 114 स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान विभाग ने ऑटोनोमी के लिए एक वेबसाइट भी लांच किया है ।
KGMU (File Photo)
Lucknow News: अब केजीएमयू का एनॉटमी विभाग ब्रेन यानि की दिमाग की बीमारियों का पता आसानी से लगाया जा सकेगा। यह एक सोध का हिस्सा होगा। जोकि लोगों के मृत्यु के बाद उनके बॉडी डोनेशन के जरिए होगा। उनके दिमाग को सेहजा जाएगा। विशेषज्ञ बीमारी का इतिहास पता करके दिमाग में होने वाले बदलाव के बारे में जानकारी जुटाएंगे। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। यह जानकारी केजीएमयू एनॉटमी विभाग के अध्यक्ष डॉ. नवनीत चौहान ने दी।
114 स्थापना दिवस में बीमारी का कारण जानने पर होगी विशेष बात
सोमवार को डॉ.नवनीत चौहान ने केजीएमयू एनॉटमी विभाग के 114 वें स्थापना दिवस पर बोलते हुए कहा कि दिमाग की बीमारी की दशा में उसकी कोशिकाओं में बदलाव आता है। जोकि अलग-अलग दिमाग की बीमारियों में देखने को मिलता है। उनका कहना था कि इससे किस बीमारी में कैसे बदलाव आते हैं इसका पता लगाया जा सकता है। बीमारी के दौरान कोशिकाएं कैसे बरताव करती हैं, उम्र के हिसाब से कोशिकाओं में क्या बदलाव आते हैं, इसका पता लगाया जाएगा। ताकि दवा व ऑपरेशन के जरिए मरीज के मर्ज का सीधे समाधान किया जा सके।
20 ब्रेन अबतक किए गए सुरक्षित
डॉ. नवनीत ने कहा कि दिमाग की बीमारियों के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए अब तक 20 ब्रेन लैब में सुरक्षित किए जा चुके हैं। अभी और ब्रेन को लैब में स्टोर करने की प्रक्रिया जारी रहेगी। इस कार्यक्रम के दौरान कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने एनॉटमी विभाग की वेबसाइट का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि वेबसाइट पर शोध समेत विभाग की दूसरी जानकारी को प्रसारित किया जाएगा। इंदौर इंडेक्शन मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. जीपी पाल सिंह ने स्पाइन से जुड़ी अहम जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा कि कमर दर्द समेत स्पाइन की दूसरी समस्याओं का आकलन ठीक से करना चाहिए। रीढ़ के किस हिस्से पर शरीर का अधिक भार पड़ रहा है। इसका पता लगाकर बीमारी की सटीक पहचान की जा सकती है। इस मौके पर छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। जिसमें आरूषी, आर्यन, आर्यन मित्तल, शास्वत, सौम्या, वंशिका, खुशी, आदित्य, पिहू अग्रवाल, रनवीर, तनिष्क, तरूण, दिव्य प्रकाश, दिवाकर, निशांत, चैतन्य, दिव्यांशु, मृदुल, पलक समेत अन्य छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।
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