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चार माह के इंतेजार के बाद आखिर खुद के लिक्विड गैस प्लांट का सपना पूरा!
Lucknow news: चार महीने की मेहनत और फिर मिला लिक्विड गैस प्लांट का लाइसेंस
Lucknow news: बलरामपुर अस्पताल में कोविड के समय लगाए गए लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट के संचालन करीब चार माह बाद शुरू होने जा रहा है। इतने सालों बाद अब जाकर अस्पताल को लाइसेंस मिल सका है। जिसके बाद अब इस प्लांट से इमरजेंसी और वार्ड तक निर्बाध रूप से मरीजों के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। अबतक जंबों सिलेंडर से काम चलाया जा रहा था। इसके अलावा दूसरे सामान्य जनरेटर प्लांट से अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।
प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में बलरामपुर अस्पताल 776 बेड के संचालन के साथ सबसे बड़ा अस्पताल हैं। यहां इमरजेंसी में 150 से अधिक बेड हैं। केजीएमयू, लोहिया जैसे संस्थानों से भी यहां मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं।
कोरोना के समय लगे थे दो ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट
बलरामपुर में कोरोना के समय दो ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाए गए थे। जोकि ज्यादातर खराब रहते हैं। इसकी मरम्मत कराने के लिए लाखों खर्च किए जाते है। इसकी वजह से वार्डों में ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या भी खड़ी होती रही है। तब जंबो सिलेंडर से ऑक्सीजन की आपूर्ति वार्डों में की जाती रही है।
चार माह का इंतजार
अस्पताल के एमएस डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि परिसर स्थित नई बिल्डिंग के सामने करीब चार माह पहले लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगवाया था। इस ऑक्सीजन प्लांट का लाइसेंस मिलने में देरी हो रही थी। अब पेट्रोलियम विभाग से इसके लिए लाइसेंस मिल गया है। अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट के संचालन से आईसीयू, वेंटिलेटर, इमरजेंसी समेत दूसरे वार्डों में हाई प्रेशर से निर्बाध रूप से ऑक्सीजन मरीजों को मिल सकेगी।
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