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Lucknow News: लखनऊ एयरपोर्ट पर 24 करोड़ की ड्रग्स बरामद! बैंकॉक से आए दो थाई तस्कर गिरफ्तार
लखनऊ एयरपोर्ट पर 24 करोड़ की ड्रग्स बरामद, दो थाई तस्कर गिरफ्तार।
Lucknow Airport Drug Bust Two Thai Smugglers Caught with 24 Crore Hydroponic Weed
Lucknow News: चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यानी लखनऊ एयरपोर्ट पर आए दिन कस्टम विभाग में साथ साथ अलग अलग विभागों की ओर से जांच के दौरान भारी मादक पदार्थ, सोना आदि बरामद किया जाता है। इन सबके बीच लखनऊ एयरपोर्ट पर ड्रग्स तस्करी का बड़ा खुलासा हुआ है। DRI यानी डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस की टीम ने एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 105 से उतरे दो थाई नागरिकों को हिरासत में लेकर 23.935 किलो हाई-क्वालिटी हाइड्रोपोनिक वीड बरामद किया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 24 करोड़ रुपये है। कस्टम विभाग की लापरवाही और एयरपोर्ट पर सुरक्षा खामियों ने जांच एजेंसियों की निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। DRI अब सप्लाई चैन और लखनऊ से संभावित कनेक्शन खंगाल रही है।
थाई तस्करों के पास से बरामद हाई-क्वालिटी हाइड्रोपोनिक वीड
आपको बता दें कि लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने गुरुवार देर रात दो थाई नागरिकों को 23.935 किलो हाइड्रोपोनिक वीड के साथ गिरफ्तार किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 24 करोड़ रुपये आंकी गई है। DRI अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी बैंकॉक से एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 105 से 26 अगस्त को लखनऊ पहुंचे थे। उनके बैग की जांच में संदिग्ध सामग्री मिलने पर जब गहन पूछताछ की गई तो दोनों तस्करों ने खुद स्वीकार किया कि वे ड्रग्स की बड़ी खेप लेकर आए हैं।
कस्टम विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल
मामले के बाद कस्टम विभाग की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। एयरपोर्ट पर मौजूद कस्टम टीम इतनी बड़ी खेप पकड़ने में नाकाम रही, जबकि DRI ने एयरपोर्ट के बाहर कार्रवाई कर करोड़ों का माल बरामद किया। सुरक्षा चूक ने न सिर्फ एयरपोर्ट की जांच व्यवस्था बल्कि कस्टम की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। जांच एजेंसियां मान रही हैं कि लखनऊ फिलहाल ड्रग्स का ट्रांजिट प्वाइंट बन सकता है, जहां से यह खेप हाई-प्रोफाइल क्लबों और पार्टी सर्किलों तक पहुंचाई जानी थी।
अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क से कनेक्शन की जांच
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जांच के दौरान बरामद हुआ माल दक्षिण-पूर्व एशिया के किसी बड़े ड्रग नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है। हाइड्रोपोनिक वीड अमूमन डार्कनेट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचा जाता है और युवाओं को टारगेट करता है। DRI अब इस बात की पड़ताल कर रही है कि खेप का कनेक्शन लखनऊ या आसपास के किसी ड्रग सिंडिकेट से है या नहीं। इसके अलावा बैंकॉक से इसकी सप्लाई चैन का पूरा नेटवर्क खंगाला जा रहा है। आरोपियों को NDPS एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया है और आगे की पूछताछ जारी है।
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