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Lucknow News: लोहे के पाइप के नीचे छिपा था शराब का जाल! लखनऊ पुलिस ने पकड़ी 30 लाख की अवैध शराब, दो तस्कर गिरफ्तार
Lucknow News: लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दो शातिर अंतर्राज्यीय शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी पंजाब से बिहार अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी कर रहे थे।
liquor network was hidden under iron pipe Lucknow police caught illegal liquor worth 30 lakhs two smugglers arrested
Lucknow News: लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दो शातिर अंतर्राज्यीय शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी पंजाब से बिहार अवैध अंग्रेजी शराब की तस्करी कर रहे थे। शराब को ट्रक में लोहे के पाइपों के नीचे छिपाकर चंडीगढ़ से लाया जा रहा था। पुलिस को गुप्त सूचना मिली और कार्रवाई करते हुए 4691 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गई। बरामद हुई शराब की अनुमानित कीमत 30 लाख रुपए बताई जा रही है। तस्करी में इस्तेमाल डीसीएम पर फर्जी नंबर प्लेट और जाली दस्तावेज मिले। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य सरगना फरार है। पूरे गिरोह के नेटवर्क को बेनकाब करने के लिए जांच जारी है।
लोहे के पाइप के नीचे छुपाई थी शराब, बरामदगी में बड़ा खुलासा
गोसाईगंज पुलिस को सूचना मिली कि यूपी रजिस्ट्रेशन वाले ट्रक में अवैध शराब छिपाकर बिहार ले जाई जा रही है। टाटा मोटर्स के सामने कबीरपुर में ट्रक को घेर कर तलाशी ली गई, तो लोहे की पाइपों के नीचे अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप बरामद हुई। ट्रक में 14484 बोतल शराब थी, जिसमें इम्पीरियल ब्लू, मैकडॉवेल और वुड्समैन जैसे ब्रांड शामिल थे। इन शराबों की कीमत बाजार में लगभग 1 करोड़ रुपये आंकी गई है।
उज्जैन के रहने वाले हैं गिरफ्तार हुए तस्कर, फर्जी नंबर प्लेट से करते थे तस्करी
गिरफ्तार तस्करों की पहचान दिनेश कुमार परमार (ड्राइवर) और जगदीश (क्लीनर) के रूप में हुई है। दोनों उज्जैन, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। ये फर्जी आरसी और नंबर प्लेट लगाकर ट्रक से शराब की तस्करी करते थे। वाहन की असली आरसी चेक करने पर पता चला कि ट्रक लखनऊ के रहने वाले विनय कुमार मिश्रा के नाम है, जिसे उन्होंने रोहतास नामक व्यक्ति को किराये पर दिया था।
सिग्नल ऐप से संपर्क, लोकेशन बदलते-बदलते करते थे सप्लाई
तस्कर सिग्नल ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे ताकि मोबाइल ट्रेसिंग न हो सके। चंडीगढ़ से शराब लादने के बाद ट्रक अंबाला, आगरा एक्सप्रेस-वे होते हुए लखनऊ आया और फिर बिहार के लिए रवाना होना था। बिलिंग दिल्ली के R.K. इंटरप्राइजेज से असम की एक फर्जी फर्म के नाम से की गई थी।
पुलिस का दावा- अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा, सरगना की तलाश जारी
गोसाईगंज पुलिस ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता करार दिया है। पूरे तस्करी नेटवर्क में कई और लोगों के जुड़े होने की आशंका है, जिनकी तलाश जारी है। ट्रक, शराब और फर्जी दस्तावेजों को जब्त कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस गिरोह की गिरफ्तारी से पुलिस को अन्य राज्यों में फैले शराब माफिया के नेटवर्क का भी सुराग मिलने की उम्मीद है।
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