Lucknow News: आवारा नहीं हमारा है’: स्ट्रीट डॉग्स के समर्थन में लखनऊ में जश्न

Lucknow News: बड़ी संख्या में जमा हुए एनिमल लवर्स ने भांगड़े पर डांस करके, केक काटकर और मिठाइयां बांट के खुशी मनाई।

Ashutosh Tripathi
Published on: 22 Aug 2025 10:40 PM IST (Updated on: 22 Aug 2025 10:42 PM IST)
Lucknow News: आवारा नहीं हमारा है’: स्ट्रीट डॉग्स के समर्थन में लखनऊ में जश्न
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स्ट्रीट डॉग्स के समर्थन में लखनऊ में जश्न   (photo: Newstrack.com )

Lucknow News: लखनऊ में पशु प्रेमियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। बीते दिनों स्ट्रीट डॉग्स पर दिए गए फैसले को शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय ने संशोधित किया है। बड़ी संख्या में जमा हुए एनिमल लवर्स ने भांगड़े पर डांस करके, केक काटकर और मिठाइयां बांट के खुशी मनाई। इस दौरान लोग एक दूसरे को बधाई देते हुए और सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद कहते हुए नजर आए।

लोगों ने नारा लगाया 'आवारा नहीं हमारा है'। प्रदर्शन कर रही सामाजिक एनिमल लवर शिल्पी चौधरी ने कहा- यह हमारी एकता की जीत है। यह बुद्ध की धरती और गांधी का देश है। हम लगातार कह रहे थे कि हम सुप्रीम कोर्ट के विवेक पर इस चीज को छोड़ते हैं कि इसे किस तरीके से देखता है। हमने अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ी एकजुट होकर पूरे देश ने आवाज उठाई और सफलता मिली।

रैबीज से ज्यादा सड़क हादसों में होती है मौत

शिल्पी चौधरी ने कहा- सुप्रीम कोर्ट अपने फैसले को ना बदलता अगर इतनी बड़ी संख्या में पशु प्रेमी सड़कों पर न उतरते। जानवरों से नफरत करने वाले लोगों ने सुप्रीम कोर्ट को फर्जी डांटा दिया।


उन्होंने कहा- जितनी मौतें रैबीज से होती है, उससे कहीं ज्यादा सड़क हादसों में होती हैं। तो क्या इसका यह मतलब है कि सड़क पर चलना छोड़ दें। पशुओं के हित में खड़े होने पर लोग कह रहे हैं कि आप इनकी जिम्मेदारी लीजिए। बल्कि यह जिम्मेदारी सरकार की और नगर निगम की है।


पिछले फैसले से नींद हराम हो गई थी

नेहा ने कहा- आज का दिन ऐतिहासिक है। स्ट्रीट डॉग्स को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने जो फैसला दिया है। हम उसका स्वागत करते हैं, भविष्य में ये फैसला नजीर बनेगा। साथ ही फैसला भी दर्शाता है की एकता में वो शक्ति है जो किसी भी फैसले को पलट सकती है।


उन्होंने कहा- हम लोग लगातार डर रहे थे कि डॉग्स को शिफ्ट कर दिया जाएगा। मगर अब हम लोग राहत की सांस ले रहे हैं। पिछले फैसले को सुनने के बाद हम लोग रातों को सोए नहीं थे। सड़कों पर उतर के संघर्ष किया। आज उसका परिणाम हमें फल स्वरुप मिला है।



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Monika

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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