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Sonbhadra News: रिहंद-ओबरा डैम खोले गए एक-एक फाटक, 24 साल बाद संकट, जलस्तर-सोन नदी पर नजर
Sonbhadra News: रिहंद और ओबरा बांध के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही थी। सोन नदी के भी जलस्तर पर, निगरानी तंत्र की निगाहें बनी हुई थी।
रिहंद-ओबरा डैम खोले गए एक-एक फाटक, 24 साल बाद संकट (photo: social media )
Sonbhadra News: जिले के साथ ही, छत्तीसगढ़ में हुई अच्छी बारिश और इसके चलते रिहंद बांध में तेजी से बढ़ते जलस्तर को देखते हुए रिहंद डैम के साथ ही ओबरा डैम के एक-एक गेट को खोल दिया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है। सोमवार को बारिश भी थमी रही लेकिन जलस्तर में वृद्धि का क्रम देखते हुए रिहंद डैम का गेट खोलकर लगातार छह हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। हालात को देखते हुए रिहंद और ओबरा बांध के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही थी। सोन नदी के भी जलस्तर पर, निगरानी तंत्र की निगाहें बनी हुई थी।
बताते चलें कि रिहंद डैम का अधिकतम जलस्तर 870 फीट निर्धारित है लेकिन जून के पहले सप्ताह से लेकर, जुलाई के तीसरे सप्ताह तक मजे की बारिश के चलते, जुलाई माह में ही जलस्तर का आंकड़ा अधिकतम स्तर को छूने लगा है। सोमवार को जैसे ही रिहंद बांध का जलस्तर 869 फीट के पार पहुंचा, जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए, सात नंबर गेट को खोलकर छह हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जाने लगा। जलस्तर की स्थिति देखते हुए, रिहंद बांध पर कुल 300 मेगावाट क्षमता वाली विद्युत इकाइयों से भी लगातार विद्युत उत्पादन जारी था। इसके जरिए भी लगभग 12240 क्यूसेक पानी रिहंद नदी में छोड़ा जा रहा था।
ओबरा बांध ने भी छुआ अधिकतम जलस्तर का आंकड़ा, खोला गया एक फाटकः
रिहंद यानी रेणुका नदी पर ओबरा में बनाए गए बांध का भी जलस्तर रविवार की आधी रात लगभग डेढ़ बजे के करीब 193.30 मीटर के पास पहुंच गया। सिथति को देखते हुए ओबरा बांध खंड के अधिकारियों ने आठ नंबर गेट को पांच फीट तक खोल कर, छह हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने का काम शुरू कर दिया। जेई विनोद यादव के मुताबिक सोमवार को ओबरा बांध के जलस्तर की स्थिति नियंत्रित होने के बाद, खोले गए गेट को बंद कर दिया गया लेकिन ओबरा बांध पर स्थित 33-33 मेगावाट क्षमता वाली तीनों इकाइयों से लगातार विद्युत उत्पादन जारी था। रिहंद बांध से लगातार पानी छोड़ने की स्थिति को देखते हुए ओबरा बांध में दोबारा किसी वक्त गेट खोलने की स्थिति बनी हुई थी। अधिशासी अभियंता जल विद्युत इं. आर एस जायसवाल के मुताबिक ओबरा बांध स्थित तीनों इकाइयों से 88 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही थी। वहीं, ओबरा डैम के जलस्तर पर भी लगातार नजर रखी जा रही थी। बांध खंड़ के अधिकारियांे के मुताबिक फिलहाल बांध का जलस्तर 193 मीटर पर बना हुआ है। अधिकतम क्षमता 193.24 मीटर है। रिहंद डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसको देखते हुए रात में किसी वक्त ओबरा डैम का दोबारा गेट खोलने की स्थिति बनी हुई है।
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