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एक- दो नहीं बल्कि एक साथ 550 हमले, पूरे शहर की थम गईं सासें! 'संकटमोचक' का आया कॉल
Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध अब निर्णायक मोड़ पर है। युद्ध की तेज होती गति कूटनीति की परीक्षा ले रही है। ट्रंप की मध्यस्थता की कोशिशें शुरू हुई हैं
Russia Ukraine Biggest Attack: यूक्रेन की राजधानी कीव शुक्रवार रात एक ऐसी तबाही से गुजरी, जिसे यूक्रेनी वायुसेना ने युद्ध की क्रूरतम घड़ी कहा। रूस ने 550 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन की भयंकर बौछार कर शहर की सांसें थाम दीं। सात घंटे तक आसमान से आग बरसती रही, विस्फोटों की धमक ने चारों तरफ दहशत फैलायी, और मलबे में दबे लोग इस हमले की दर्दनाक गवाही बने।
इस आतंक के बीच एक नागरिक की मौत और 26 लोग घायल हुए, जिनमें एक मासूम बच्चा भी शामिल है। यूक्रेन ने दावा किया कि 270 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें तबाह कर दीं, लेकिन कई हमलावर अपने निशाने तक पहुंचने में कामयाब रहे।
ड्रोन हमलों का तांडव
केवल जून में रूस ने 5,438 ड्रोन हमले किए, यानी हर दिन औसतन 181 बार आसमान पर घात लगाई। इस घातक हथियार के रूप में ईरानी ‘शहीद’ ड्रोन का खासा उपयोग हुआ। शुक्रवार की रात का हमला इसी अभियान की चरमसीमा था, जिसने यूक्रेन की हवाई सुरक्षा को चुनौती दी।
ज़ेलेंस्की-ट्रंप की त्वरित रणनीतिक बातचीत
इतना विनाश देखने के कुछ ही घंटे बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अहम बातचीत हुई। ज़ेलेंस्की ने इसे “बहुत जरूरी और परिणामदायक” बताया। बातचीत का मुख्य विषय था यूक्रेन की एयर डिफेंस को कैसे मजबूत किया जाए। ज़ेलेंस्की ने ट्रंप से विशेष आग्रह किया कि अमेरिका अपनी सैन्य सहायता विशेषकर एयर डिफेंस इंटरसेप्टर्स और ड्रोन तकनीक की सप्लाई पर पुनर्विचार करे, खासतौर पर ऐसे समय में जब पेंटागन ने इसे रोक दिया है।
ट्रंप का आश्वासन
ट्रंप ने भरोसा दिया कि वे पेंटागन की रोक को समीक्षा करेंगे और वायु रक्षा सहायता फिर से शुरू करने पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा, मैं जानता हूं रूस कितना आक्रामक हो चुका है। मैं व्यक्तिगत रूप से देखूंगा कि किन मददों को क्यों रोका गया है।
ट्रंप-पुतिन कॉल और परिणाम
यह वार्ता उस बड़ी कॉल के ठीक अगले दिन हुई, जिसमें ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की थी। ट्रंप ने बातचीत को निराशाजनक बताया और कहा कि पुतिन युद्ध रोकने को तैयार नहीं हैं। पुतिन ने अपने सैन्य उद्देश्यों पर अडिग रहने की बात दोहराई। ट्रंप-पुतिन कॉल के अगले ही दिन रूस ने कीव पर यह भीषण हमला किया।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब निर्णायक मोड़ पर है। युद्ध की तेज होती गति कूटनीति की परीक्षा ले रही है। ट्रंप की मध्यस्थता की कोशिशें शुरू हुई हैं, लेकिन पुतिन के ठोस रुख के बीच शांति की उम्मीदें धुंधली दिखती हैं। आने वाले हफ्ते तय करेंगे कि अमेरिका किस तरफ खड़ा होता है क्या यूक्रेन की मदद करेगा या फिर इंतजार करता रहेगा? कीव की असहाय रात और वैश्विक कूटनीति की गरमाहट, इस युद्ध की कहानी अभी बाकी है।
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