मोदी कैबिनेट की बड़ी कार्रवाई, ऑनलाइन गेमिंग पर बैन, नकद लेनदेन और सट्टेबाज़ी अब गैरकानूनी, कल पेश होगा बिल

मोदी सरकार का बड़ा फैसला, नकद आधारित ऑनलाइन गेम्स और सट्टेबाज़ी पर रोक, नए कानून में 30% टैक्स और 7 साल की जेल का प्रावधान।

Shivam Srivastava
Published on: 19 Aug 2025 7:29 PM IST
मोदी कैबिनेट की बड़ी कार्रवाई, ऑनलाइन गेमिंग पर बैन, नकद लेनदेन और सट्टेबाज़ी अब गैरकानूनी, कल पेश होगा बिल
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केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ऑनलाइन गेमिंग विधेयक को मंज़ूरी दे दी है। इसका उद्देश्य तेज़ी से बढ़ते डिजिटल गेमिंग क्षेत्र को विनियमित करना और ऑनलाइन सट्टेबाजी पर रोक लगाना है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस विधेयक के लागू होने के बाद सभी नकद-आधारित गेमिंग लेनदेन पर प्रतिबंध लगने की संभावना है।

विधेयक में क्या प्रस्ताव है

प्रस्तावित ऑनलाइन गेमिंग विनियमन एवं संवर्धन अधिनियम के तहत, बैंकों और वित्तीय संस्थानों को वास्तविक धन वाले ऑनलाइन खेलों के लिए धनराशि संसाधित या हस्तांतरित करने की अनुमति नहीं होगी।

विधेयक में वास्तविक धन वाले गेमिंग को बढ़ावा देने वाले विज्ञापनों पर पूर्ण प्रतिबंध, ई-स्पोर्ट्स और गैर-मौद्रिक कौशल-आधारित खेलों को निरंतर बढ़ावा देने और अपंजीकृत या अवैध गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी प्रस्ताव है। इस विधेयक के बुधवार को लोकसभा में पेश किए जाने की उम्मीद है।

अक्टूबर 2023 में सरकार द्वारा ऐसे प्लेटफ़ॉर्म पर 28% जीएसटी लगाए जाने के बाद से ऑनलाइन गेमिंग जांच के दायरे में है। वित्त वर्ष 2025 से, ऑनलाइन गेम से होने वाली जीत पर 30% कर लगाया जाएगा, और विदेशी गेमिंग ऑपरेटरों को भारतीय कर के दायरे में लाया गया है।

दिसंबर 2023 में, भारतीय न्याय संहिता के तहत नए आपराधिक प्रावधानों ने अनधिकृत सट्टेबाजी को एक आपराधिक अपराध बना दिया, जिसके लिए सात साल तक की जेल और भारी जुर्माने का प्रावधान है।

हालांकि "सट्टेबाजी और जुआ" संविधान की राज्य सूची में आते हैं, केंद्र सरकार 2022 से फरवरी 2025 के बीच ऑनलाइन सट्टेबाजी या जुए में शामिल 1,400 से ज़्यादा वेबसाइटों और ऐप्स को पहले ही ब्लॉक कर चुकी है।

लत की चिंताओं का समाधान

शिक्षा मंत्रालय ने अभिभावकों और शिक्षकों को सलाह जारी की है, जिसमें नाबालिगों में लत के बढ़ते जोखिम पर प्रकाश डाला गया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने प्रसारकों को ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े वित्तीय जोखिमों के बारे में अस्वीकरण देने का भी निर्देश दिया है।

केंद्रीय नियामक इस क्षेत्र की निगरानी करेगा

यह विधेयक इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र के लिए नोडल नियामक के रूप में सशक्त बनाने का प्रयास करता है। यह अधिकारियों को भारत में संचालित किसी भी अपंजीकृत या अवैध साइट को ब्लॉक करने का अधिकार भी देगा। असली पैसे वाले गेमिंग पर सख्त सीमाएँ लगाकर और पूरे देश के लिए एक ही नियम बनाकर, सरकार राज्यों में धोखाधड़ी, लत और कानूनी उलझनों को कम करने की उम्मीद करती है।

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Shivam Srivastava is a multimedia journalist with over 4 years of experience, having worked with ANI (Asian News International) and India Today Group. He holds a strong interest in politics, sports and Indian history.

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